यूपी-जीबीसी : बड़े निवेश के साथ विकास की दौड़ में सरपट दौड़ेगा बुंदेलखंड
उत्तर प्रदेश के ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी (जीबीसी 4.0) में जहां पूरे प्रदेश में
10 लाख करोड़ से ज्यादा की निवेश परियोजनाओं का शुभारंभ होगा तो वहीं राज्य के बुंदेलखंड क्षेत्र में
भी करीब 60 हजार करोड़ की परियोजनाएं शुरू होंगी।
बुंदेलखंड के सभी सातों जिलों में ये निवेश होगा, जिससे यहां के युवाओं के लिए रोजगार के अवसर
सृजित होंगे तो वहीं विकास की दौड़ में भी बुंदेलखंड राज्य के अन्य जिलों के साथ कंधे से कंधा
मिलाकर शामिल हो सकेगा।
बुंदेलखंड क्षेत्र और इसका विकास मुख्यमंत्री योगी की प्राथमिकताओं में रहा है। प्रदेश में निवेश के लिए
योगी सरकार ने जो नीतियां बनाईं, उनके साथ-साथ बुंदेलखंड में निवेश करने वाले उद्यमियों को अलग
से भी प्रोत्साहन दिए जाने की पहल की गई है। इसी का नतीजा है कि बुंदेलखंड में निवेश को लेकर बड़ी
संख्या में निवेशकों ने उत्सुकता जाहिर की है।
राज्य सरकार के एक प्रवक्ता का कहना है कि मुख्यमंत्री योगी की मंशा बुंदेलखंड को औद्योगिक दृष्टि
से समृद्ध बनाने की है, ताकि यहां के युवाओं को रोजगार के लिए प्रदेश या देश के अन्य हिस्सों में
भटकना न पड़े। जीबीसी 4.0 के माध्यम से बुंदेलखंड में होने वाला निवेश इस दिशा में मील का पत्थर
साबित होगा।
प्रवक्ता ने बताया कि 19 फरवरी को जीबीसी 4.0 के तहत बुंदेलखंड के सातों जिलों में 59,288 करोड़ से
ज्यादा की परियोजनाओं का शुभारंभ होने जा रहा है। इसमें सर्वाधिक निवेश परियोजनाएं झांसी जनपद
में हैं, जहां जीबीसी 4.0 के जरिए 23,739 करोड़ से ज्यादा के उद्यमों की शुरुआत होगी। झांसी के
अलावा ललितपुर में भी 15,707 करोड़ से ज्यादा लागत के प्रोजेक्ट्स को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और
मुख्यमंत्री योगी हरी झंडी दिखाएंगे।
झांसी और ललितपुर बुंदेलखंड क्षेत्र के प्रमुख जिलों में से हैं, जहां
योगी सरकार नोएडा की तर्ज पर बुंदेलखंड औद्योगिक विकास प्राधिकरण (बीडा) की शुरुआत करने जा
रही है। इसके अतिरिक्त जालौन में 9290 करोड़ से ज्यादा, चित्रकूट में 7047 करोड़ रुपये से ज्यादा,
महोबा में 1664 करोड़ से ज्यादा, बांदा में 596 करोड़ से ज्यादा और हमीरपुर में 1243 करोड़ से ज्यादा
की निवेश परियोजनाएं मूर्त रूप लेंगी।