2.70 लाख रोजगार प्रदान करेंगे यूपी में स्थापित हो रहे बड़े इंडस्ट्रियल पार्क
सीएम योगी के नेतृत्व में औद्योगिक प्रदेश बनने की ओर अग्रसर उत्तर
प्रदेश रोजगार का भी नया केंद्र बनकर उभर रहा है। ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी (जीबीसी 4.0) के तहत उत्तर
प्रदेश में जो निवेश धरातल पर उतरे हैं, उनमें एक बड़ा योगदान प्राइवेट इंडस्ट्रियल पार्क्स को लेकर भी
है। प्रदेश के कई जनपदों में निवेशकों ने प्राइवेट इंडस्ट्रियल पार्क में निवेश किया है। इनमें जो सबसे बड़े
13 पार्क स्थापित हो रहे हैं, उनके माध्यम से प्रदेश में 14,634 करोड़ रुपए के निवेश के साथ ही 2.70
लाख लोगों के लिए रोजगार का भी सृजन होने जा रहा है।
इनमें 2.5 लाख रोजगार तो अकेले कानपुर
नगर में स्थापित हो रहे इंडस्ट्रियल पार्क से मिलने जा रहे हैं। वहीं, बागपत, बाराबंकी, बरेली, चंदौली,
गाजियाबाद, हापुड़, मेरठ, सहारनपुर और शाहजहांपुर में भी इंडस्ट्रियल पार्क स्थापित किए जा रहे हैं।
उल्लेखनीय है
कि बीती फरवरी में ही योगी सरकार ने जीबीसी 4.0 के माध्यम से 10 लाख करोड़ से
अधिक की 14 हजार से ज्यादा परियोजनाओं को प्रदेश भर में धरातल पर उतारा है, जिससे 34 लाख
रोजगार मिलने की संभावना है।
कानपुर में बंपर नौकरियों का सृजन
प्राइवेट इंडस्ट्रियल पार्क के मामले में कानपुर नगर सबसे बड़ी उपलब्धि दर्ज करते हुए सबसे ज्यादा
रोजगार प्रदान करने को तैयार है। यहां पर मेगा लेदर क्लस्टर डेवलपमेंट (यूपी) लि. 5850 करोड़ रुपए
की लागत से प्राइवेट इंडस्ट्रियल पार्क स्थापित कर रही है। यह इंडस्ट्रियल पार्क रिकॉर्ड 2.5 लाख लोगों
को रोजगार प्रदान करेगा।
इंडस्ट्रियल पार्क के माध्यम से सृजित हो रहे रोजगार की संख्या में यह सबसे
बड़ा नंबर है। इसकी शुरुआत से कानपुर नगर की इंडस्ट्रियल पहचान और मजबूत हो जाएगी और साथ
ही यह रोजगार का हब भी बनने की ओर अग्रसर होगा। इसके साथ ही अयोध्या में क्रेसेंडो इंटीरियर्स
500 करोड़ की लागत से प्राइवेट इंडस्ट्रियल पार्क की स्थापना कर रहा हैं जिससे 100 लोगों को रोजगार
प्राप्त होगा तो वहीं, बाराबंकी में लखनऊ एच एम ग्रीन सिटी प्रा. लि. 150 करोड़ रुपए से प्राइवेट
इंडस्ट्रियल पार्क स्थापित कर रहा है।
इसकी स्थापना के बाद यहां पर 200 लोगों को रोजगार हासिल
होगा। शाहजहांपुर में भी लेटेस्टप्लस अपैरल प्रा. लि. 5000 करोड़ के निवेश से इंडस्ट्रियल पार्क बना रहा
है। यह पार्क 1000 लोगों को रोजगार उपलब्ध कराएगा। इसके अतिरिक्त बरेली में रियलप्लाई प्लाइवुड्स
एलएलपी 408 करोड़ की लागत से शुरू कर रहे प्रोजेक्ट के जरिए 1000 लोगों को, जबकि चंदौली में
डीआरएस डेवलपर्स 50 करोड़ के निवेश से प्लेज स्कीम के अंतर्गत 150 लोगों के रोजगार का प्रबंध कर
रहा है।
पश्चिमांचल में भी इंडस्ट्रियल पार्क देंगे हजारों रोजगार
प्रदेश के पश्चिमांचल में भी बड़े पैमाने पर इंडस्ट्रियल पार्क स्थापित किए जा रहे हैं। इसमें बीएमआर
बिल्डकॉन प्रोजेक्ट्स प्रा. लि. बागपत में 200 करोड़ से 30 एकड़ इंडस्ट्रियल पार्क की स्थापना कर रहा है
जो 1200 लोगों के लिए नौकरियां सृजित करेगा, जबकि बागपत में ही कालिंदी एस्टेट प्रा. लि. भी 200
करोड़ से 25 एकड़ इंडस्ट्रियल पार्क स्थापित कर रहे हैं, जिसके तैयार होने के बाद 1430 लोग रोजगार
हेतु समायोजित हो सकेंगे।
इसी तरह गाजियाबाद में मल्टीविंग्स इलेक्ट्रिक एलएलपी 500 करोड़ से
लॉजिस्टिक पार्क का निर्माण कर रहा है। यह 800 लोगों के लिए नौकरियां प्रदान करने में सक्षम होगा।
जबकि हापुड़ में शिव शंकर इंडस्ट्रीज 350 करोड़ रुपए का निवेश कर रहा है, जो 500 लोगों के लिए
रोजगार के द्वार खोलेगा। मेरठ में विश्वकर्मा इंडस्ट्रियल एस्टेट 626 करोड़ की लागत से इंडस्ट्रियल पार्क
बना रहा है, जिससे 6570 लोगों को रोजगार मिल सकेगा। मेरठ में ही पसवारा इंफ्रास्ट्रक्चर प्रा. लि. भी
इंडस्ट्रियल पार्क में 300 करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट में निवेश कर रहा है जो 500 लोगों को रोजगार उपलब्ध
कराएगा। सहारनपुर में पुलस्तया इंडस्ट्रियल पार्क लि. भी 500 करोड़ रुपए से इंडस्ट्रियल पार्क निर्मित
कर रहा है। इससे 5000 लोगों की रोजी रोटी के प्रबंध किए जाने की उम्मीद है।
हर सुविधा से लैस होंगे इंडस्ट्रियल पार्क
उत्तर प्रदेश में स्थापित किए जा रहे इन प्राइवेट इंडस्ट्रियल पार्क में औद्योगिक इकाइयों के लिए सभी
सुविधाएं एक ही परिसर में उपलब्ध होंगी। पार्क के मैन्युफैक्चरिंग जोन में फ्लैटनुमा कारखाने और फैक्ट्री
शेड होंगे। सामान्य सुविधाओं के तहत बिजनेस व शॉपिंग सेंटर, इन्क्यूबेशन सेंटर, होटल व रेस्टोरेंट,
हॉस्टल, ऑफिस ब्लॉक, स्वास्थ्य व संचार सुविधाएं, पुलिस व फायर स्टेशन आदि होंगे। इन इंडस्ट्रियल
पार्क में बिजली, पानी,
सड़क की सुविधा के अलावा कॉमन एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट, टेस्टिंग व
सर्टिफिकेशन लैब भी होंगे। लॉजिस्टिक्स के तहत वेयरहाउस, कंटेनर व ट्रक टर्मिनल, रेलवे साइडिंग
इंफ्रास्ट्रक्चर, फ्यूल स्टेशन आदि सुविधाएं भी उपलब्ध होंगी। इसके अलावा हरियाली से भरा ग्रीन जोन
भी होगा। यही नहीं, सुरक्षा की दृष्टि से भी यहां सिक्योरिटी गार्ड व पुलिस थाना जैसी सुविधाएं प्रदान
की जाएंगी।