राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम् की 150वीं वर्षगांठ पर भाजपा ने मनाया स्मरण उत्सव
बरवाला (चंद्रपाल राणा)भाजपा मुख्यालय पंचकमल में राष्ट्रगीत वंदे मातरम् के 150 वर्ष पूर्ण होने पर भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम की मुख्य अतिथि राज्य सभा सांसद रेखा शर्मा, कालका विधायिका शक्ति रानी शर्मा, जिला अध्यक्ष अजय मित्तल, वरिष्ठ नेता श्याम लाल बंसल, शिवालिक बोर्ड चेयरमैन ओमप्रकाश देवीनगर, जिला महामंत्री जय कौशिक, भुवनजीत सिंह, मंडल अध्यक्ष प्रमोद वत्स सहित पार्टी के तमाम नेता, पदाधिकारी और कार्यकर्ताओ ने वंदे मातरम् गीत के सभी छः छंदों का सामूहिक गायन किया। गौरतलब है, भाजपा के सांगठनिक कार्यक्रमों में वंदे मातरम् गीत के प्रथम दो छंदों का गायन किया जाता है।
इस मौके पर जिला अध्यक्ष अजय मित्तल ने सभी को बधाई देते हुए कहा, राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम् महज एक गीत नहीं बल्कि भारत वर्ष की चेतना है। उन्होंने कहा, स्वंतंत्रता आंदोलन को गति और दिशा प्रदान करने में वंदे मातरम् गीत की बहुत बड़ी भूमिका रही। गुलामी के दिनों में यह गीत करोडो हिन्दुस्तानियों के आत्मगौरव को जगाने, आत्मबल को बढ़ाने और गुलामी के जंजीरों को तोड़ फेंकने में सहायक बनी। इस अवसर पर राज्यसभा सांसद और कार्यक्रम की मुख्य अतिथि रेखा शर्मा ने राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम् की 150वीं वर्षगांठ पर बधाई देते हुए कहा की राष्ट्रीय गीत का गायन करना प्रत्येक हिन्दुस्तानी के लिए गर्व और स्वाभिमान की बात होनी चाहिए।

उन्होंने कहा, राष्ट्रगीत किसी भगवान या मूर्ति विशेष की आराधना के लिए नहीं बल्कि अपनी मातृभूमि के वंदन का गीत है। सांसद रेखा शर्मा ने गीत का भावार्थ समझाते हुए कहा कि वर्ष 1875 में बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय द्वारा लिखित इस गीत में भारत को माँ के रूप में देखा गया है। उन्होंने कहा, जिस बंगाल की पावन धरा से इस अमर गीत की रचना हुई दुर्भाग्यवश आज उसी जगह के चंद लोग इसे धर्म से जोड़ कर इसका विरोध करने का कुकृत्य कर रहे है, जो अशोभनीय और निंदनीय है।
उन्होंने कहा, आज़ादी की लड़ाई के दौरान इस गीत को हर जाति, पंथ, समुदाय और हर क्षेत्र के लोगों द्वारा गर्व और जोश के साथ गया जाता था। उन्होंने कहा, हमारा राष्ट्रीय गीत हमारी राष्ट्रीय एकता, अखंडता और सम्प्रभुता का प्रतीक है।

