चंडीगढ़ में दशहरा से पहले ही फूक डाला रावण का पुतला
शरारती तत्वों के पुतले को आग लगा के बाद मची अफरा-तफरी, दशहरा तैयारियों के बीच सुरक्षा पर उठे सवाल
चंडीगढ़ के सेक्टर-30 स्थित दशहरा ग्राउंड में देर रात उस समय हड़कंप मच गया जब कुछ शरारती तत्वों ने रावण के पुतले को आग लगा दी। यह घटना तब हुई जब दशहरे के आयोजन की तैयारियाँ अंतिम चरण में थीं। अचानक लगी आग से मौके पर अफरा-तफरी मच गई। सूचना मिलते ही दमकल विभाग की कई गाड़ियाँ मौके पर पहुँचीं और आग पर काबू पाया गया, लेकिन तब तक रावण का पुतला पूरी तरह जल चुका था। आयोजकों ने तुरंत इसकी जानकारी स्थानीय पुलिस को दी। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। घटना के पीछे असामाजिक तत्वों की साज़िश मानी जा रही है, हालांकि फिलहाल आरोपियों की पहचान नहीं हो पाई है।

दशहरा की तैयारियाँ जोरों पर
इस घटना के बावजूद शहर में दशहरा उत्सव की तैयारियाँ पूरे जोरों पर चल रही हैं। इस वर्ष चंडीगढ़ में कुल 10 स्थानों पर रावण, मेघनाद और कुंभकर्ण के पुतलों का दहन किया जाएगा।
इन आयोजनों के लिए रामलीला कमेटियों ने सुरक्षा को लेकर विशेष प्रबंध किए हैं। इस बार आयोजक केवल पुलिस पर निर्भर नहीं रहेंगे, बल्कि निजी सुरक्षा एजेंसियों को भी तैनात किया गया है, ताकि किसी तरह की गड़बड़ी से समय रहते निपटा जा सके।
101 फीट ऊँचा रावण बनेगा आकर्षण का केंद्र
इस वर्ष का सबसे ऊँचा रावण का पुतला सेक्टर-46 में तैयार किया गया है, जिसकी ऊँचाई 101 फीट है। यह पुतला दर्शकों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। इसके निर्माण में महीनों की मेहनत और विशेष सुरक्षा मानकों का ध्यान रखा गया है।
सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता बढ़ी
रावण दहन से पहले हुई इस घटना के बाद प्रशासन और आयोजन समितियों ने सतर्कता और बढ़ा दी है। सभी आयोजनों के स्थलों पर सुरक्षा व्यवस्था को और पुख्ता किया जा रहा है।
