पूर्व तहसीलदार मंजीत मलिक भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार 10 हजार की रिश्वतखोरी में था फरार
चंडीगढ़, (दिव्या रानी)
राज्य सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो, अम्बाला ने बड़ी कार्रवाई करते हुए भ्रष्टाचार के एक गंभीर मामले में फरार चल रहे मंजीत मलिक को गिरफ्तार कर लिया है। मंजीत मलिक, जो घटना के समय तहसीलदार गुहला (जिला कैथल) के पद पर कार्यरत था, को जांच के दौरान पर्याप्त साक्ष्य मिलने पर आज 18 जुलाई 2025 को गिरफ्तार किया गया।ब्यूरो को प्राप्त शिकायत में। शिकायतकर्ता ने बताया कि उसने अमर सिटी कॉलोनी, चीका (जिला कैथल) में 151 गज का एक प्लॉट खरीदा था, जिसकी रजिस्ट्री वह अपनी भाभी के नाम करवाना चाहता था। इस संबंध में जब वह तत्कालीन तहसीलदार मंजीत मलिक से मिला, तो मंजीत मलिक ने उसे तहसील कार्यालय गुहला में तैनात प्रदीप कुमार, रजिस्ट्री क्लर्क से मिलने को कहा।

शिकायत के अनुसार, जब वह प्रदीप कुमार से मिला, तो प्रदीप ने रजिस्ट्री करने के एवज में 10,000 रुपये रिश्वत की मांग की। इस पर राज्य सतर्कता ब्यूरो ने तत्काल कार्रवाई करते हुए आरोपी प्रदीप कुमार को 10,000 रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया था। इस मामले में 18 फरवरी 2025 को भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम 1988 की धारा 7 तथा बी.एन.एस. की धारा 61(2) के तहत अभियोग संख्या 6 थाना भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो, अम्बाला में दर्ज किया गया था।
उक्त अभियोग में आरोपी रजिस्ट्री क्लर्क प्रदीप कुमार का चालान 1 जुलाई 2025 को माननीय न्यायालय कैथल में प्रस्तुत किया जा चुका है। वहीं इस पूरे मामले में सहआरोपी रहे मंजीत मलिक की गिरफ्तारी से अब जांच में और तेजी आने की संभावना है।राज्य सतर्कता ब्यूरो ने यह स्पष्ट संकेत दिया है
कि भ्रष्टाचार में संलिप्त किसी भी अधिकारी को बख्शा नहीं जाएगा, चाहे वह किसी भी पद पर क्यों न हो।