रेल यात्रियों पर परेशानी की दोहरी मार, ट्रेनों के अंदर स्थिति बदहाल, घंटों देरी ने बढ़ाई मुसीबत
ठंड शुरू होते ही इन दिनों कोहरे के कारण ट्रेनों का संचालन
प्रभावित हो रहा है. पूर्वांचल से दिल्ली आने वाली ट्रेनें घंटों देरी से चल रही हैं. जिसकी वजह से यात्रियों
को काफी परेशानी हो रही है. इतना ही नहीं ट्रेनों में सीटों की क्षमता से दोगुनी भीड़ देखने को मिल रही
है. इससे आरक्षित सीट वाले भी भीड़ के कारण अपनी सीट दूसरों से शेयर करने करने को मजबूर है.
स्लीपर क्लास में यात्रियों को शौचालय तक की भी परेशानी हो रही है. तापमान में गिरावट के साथ
कोहरे से ट्रेनों की रफ्तार थम रही है
. इससे ट्रेनें घंटों की देरी से चल रही हैं. जो ट्रेनें देरी से गंतव्य तक
पहुंचती है उन्हें वापसी में भी देरी से चलाया जाता है. जिसके कारण इन ट्रेनों के यात्नी परेशान है. कई
यात्रियों ने कहा कि ट्रेन के स्लीपर क्लास का हाल जनरल क्लास की तरह हो गया है. कोच में जितनी
सीटें हैं उससे कई गुना ज्यादा यात्री कोच में सफर कर रहे थे.
रविवार को गोरखपुर से चली सत्याग्रह एक्सप्रेस करीब 5 घंटे की देरी से सोमवार को दिल्ली के आनंद
विहार रेलवे स्टेशन पहुंची. इस ट्रेन से सफर कर रहे यात्री इस कदर परेशान थे कि जब उनसे उनके
सफर के बारे में पूछा गया तो कई यात्रियों ने कहा अब दोबारा इस ट्रेन में सफर नहीं करेंगे. इतना ही
नहीं महिलाओं ने सफाई व्यवस्था को लेकर आपत्ति जताई. ट्रेन में शौचालय की सफाई नहीं होने की
वजह से लोग ट्रेन के शौचालय का उपयोग तक नहीं करना चाह रहे हैं. यही नहीं पूर्वांचल से आनंद
विहार को आने वाली दानापुर जनसाधारण एक्सप्रेस, आनंद विहार लखनऊ डबल डेकर, सप्तक्रांति,
सद्भावना एक्सप्रेस, संपर्क क्रांति एक्सप्रेस समेत अन्य कई ट्रेनें 3 से 5 घंटे तक लेट चल रही हैं. इसकी
वजह ये यात्रियों का हाल और भी बेहाल है. कोच में ज्यादा भीड़ होने के कारण यात्रियों को बाथरूम आने
जाने में भी परेशानी हुई.
रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, दिल्ली से अंबाला, दिल्ली से लखनऊ, कानपुर और पटना रूट पर ट्रेनों
का संचालन कोहरे के कारण प्रभावित हो रहा रहा है. पूर्वांचल से आने वाली ट्रेनें दिल्ली देर से पहुंच रही
हैं. ऐसे में वापसी में भी ट्रेनों का संचालन प्रभावित हो रहा है. इससे इन यात्रियों को कई तरह की
परेशानी हो रही है. इतना ही नहीं दीपावली और छठ पर चलाई गईं स्पेशल ट्रेनें की स्थिति और टाइम
टेबल सबसे ज्यादा प्रभावित है.