Politics

विधानसभा में केजरीवाल बोले- दिल्ली जनता को परेशान करके सत्ता में आना चाहती हैं भाजपा

केजरीवाल

दिल्ली विधानसभा के दो दिवसीय सत्र की शुरुआत गुरुवार से होगई है। सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद अरविंद केजरीवाल का सदन में आज पहला दिन है।जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी (भाजपा) पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने कहा,बीजेपी 27 साल से दिल्ली की सत्ता से बाहर है। इसलिए यहां की जनता को परेशान करके सत्ता मेंआना चाहती है। जानिए उन्होंने और क्या कहा है।जेल भेजने के पीछे भाजपा का बड़ा मकसददिल्ली के सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद केजरीवाल का सदन में यह पहला दिन है। सदन मेंउन्होंने कहा कि, मुझे जेल भेजने के पीछे बीजेपी का मकसद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी(आप) को बदनाम करना था। ये लोग 27 साल से दिल्ली की सत्ता से बाहर हैं। इसलिए यहां कीजनता को परेशान करके सत्ता में आना चाहते हैं।


मैं सुप्रीम कोर्ट का शुक्रगुजार हूंदिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा, मैं सुप्रीम कोर्ट का शुक्रगुजार हूं। ईश्वर और देश केकरोड़ों लोगों का शुक्रिया अदा करता हूं। मैं हमेशा कहता हूं मोदी जी बहुत ताकतवर हैं। उनके पासअथाह पैसा है लेकिन मोदी जी भगवान नहीं हैं। मैं आज मुख्यमंत्री आतिशी के साथ दिल्लीयूनिवर्सिटी की एक रोड का इंस्पेक्शन करने गया था। मुझे बताया गया कि पहले वहां की सड़केंबहुत अच्छी थीं जो अब खराब हैं। मुझे उम्मीद है कि सड़कें ठीक होंगी।भाजपा नेता से पूछा, गिरफ्तार करके क्या मिला?आप पार्टी नेता केजरीवाल ने दावा करते हुए कहा कि, 3-4 दिन पहले मैं बीजेपी के एक बड़े नेता सेमिला और उनसे पूछा कि मुझे गिरफ्तार करके क्या मिला? उन्होंने कहा कि आपके पीछे दिल्ली को
ठप कर दिया। मैं सोच में पड़ गया कि दिल्ली के 2 करोड़ लोगों के कामों को रोककर कामों को ठप्पकरके कोई कैसे खुश हो सकता है?सब समझती है जनता, वो बेवकूफ नहीं
केजरीवाल ने कहा कि, 27 साल से भाजपा दिल्ली की सत्ता से बाहर है। लोग इन्हें वोट नहीं देते है।


इसके लिए लोगों को परेशान कर रहे हैं। अरे आपके पास केंद्र सरकार है। मनीष सिसोदिया ने 700स्कूल बनाए। 500 मोहल्ला क्लिनिक बनाए, आप 7000 बना दो। दिल्ली सरकार को बदनाम करकेवोट लेना चाहते हो? जनता सब समझती है वो बेवकूफ नहीं है। जनता चुप रहती है और मतदान केदिन बोलती है।मैं वापस आ गया हूं और लोगों के सारे काम करूंगादिल्ली बीजेपी के नेताओं पर हमला बोलते हुए ‘आप’ नेता ने कहा कि केंद्र सरकार से 5000 करोड़रुपये लाकर दिल्ली के काम कर दो। मेरे पीछे (जेल जाने के बाद) दिल्ली की सड़कों की रिपेयरिंगरोक दी, काम रोक दिया। अब मैं वापस आ गया हूं और लोगों के सारे काम करूंगा।विपक्ष के लोगों को तीर्थयात्रा पर भेजोकेजरीवाल ने कहा, मेरे जेल जाने के बाद बस मार्शल हटा दिए। पेंशन बंद करवा दी। तीर्थयात्रा बंदकरवा दी। बीजेपी के लोग भी तीर्थयात्रा करके आए।

कभी थोड़ा भगवान के सामने हाथ जोड़कर शांतिसे सोचा करो कि क्या कर रहे हो। स्पीकर साहब, विपक्ष के लोगों को तीर्थयात्रा पर भेजो।कुछ भी हो सकता है केजरीवाल लेकिन बेईमान नहींदिल्ली के पूर्व सीएम ने कहा कि केजरीवाल कुछ भी हो सकता है लेकिन बेईमान नहीं हो सकता है।ये केजरीवाल को बेईमान साबित करना चाहते थे। ये सबको जेल में डाल देते हैं। मैं चैलेंज करता हूंकि 2 लोगों को तुम्हारी पार्टी से जेल में डाल दिया ना तो तुम्हारी पार्टी भी टूट जाएगी। हमारे तो 5नेताओं को जेल में डाला फिर भी हमारी पार्टी नहीं टूटी।
जनता तय करेगी कि कौन चोर है

अरविन्द केजरीवाल ने कहा कि आरएसएस वाले नहीं कहते कि केजरीवाल भ्रष्ट है। मेरे जेल जाने सेदिल्ली के 2 करोड़ लोगों का नुकसान हुआ। थोड़ा भगवान से डरो, मैनें जेल में गीता और रामायणबहुत पढ़ी। अब जनता तय करेगी कि कौन चोर है। सौरभ भारद्वाज बता रहा था कि मेरे जेल जानेके बाद पेड़ भी काटे गए है। लोगों के सामने साफ है कि केजरीवाल कट्टर ईमानदार है। हमारी पार्टीके सभी बड़े नेताओं को जेल में डाल दिया लेकिन हम नहीं टूटे। ये लोग चाहते थे कि मुझे जमानतन मिले। मगर, सुप्रीम कोर्ट ने जमानत दे दी। जमानत मिलने के बाद मैंने इस्तीफा दे दिया, जबकिकिसी ने इस्तीफा मांगा भी नहीं था।


कब कब दिया इस्तीफाकेजरीवाल ने सदन में कहा, मेरे जीवन में ऐसे 3 मौके आए जब मैंने इस्तीफा दिया है। 2006 मेंआयकर विभाग की नौकरी से इस्तीफा दिया। 2013 में जब हम सत्ता में आए तो मुख्यमंत्री पद सेइस्तीफा दिया। मुझे कुर्सी का लालच नहीं है। अब फिर से बिना मांगे मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देदिया है। मुझे आरएसएस के एक नेता मिले है। उन्होंने कहा कि 75 साल का नियम लागू रहेगालेकिन वो (पीएम मोदी) मान नहीं रहे हैं। सत्ता छोड़ना इतना आसान नहीं है।याद दिलाया 75 साल पर रिटायरमेंट का रूलपूर्व सीएम केजरीवाल ने कहा कि 75 साल पर रिटायरमेंट का रूल बनाया। आडवाणी जी से लेकरकई नेताओं को रिटायर कर दिया। जब खुद की बारी आई तो कहते हैं कि उन पर ये लागू नहींहोता। आज जब आरएसएस के कार्यकर्ता घर-घर जाते हैं तो उनसे ये सवाल पूछा जाता है। उन्होंनेकहा कि,

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *