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‘‘आप’’ मुख्यालय पर गरजे मनीष सिसोदिया, ‘‘हम भाजपा की तानाशाही और जेल से डरने वाले नहीं’’

17 महीने बाद जमानत पर बाहर आए सिसोदिया ने भाजपा व केंद्र में बैठी उसकी तानाशाह सरकार को खूब ललकारा और कहा कि हम उसकी तानाशाही, जेल और ईडी-सीबीआई से डरने वाले नहीं डरेंगे। जैसे मैं और संजय सिंह जेल से बाहर आए, वैसे ही संविधान की ताकत अरविंद केजरीवाल को भी बाहर निकालेगी। भाजपा ने सिर्फ केजरीवाल की ईमानदार छवि बिगाड़ने और उनके काम रोकने के लिए ईडी-सीबीआई का यह ताना-बाना बूना, लेकिन ये हमें तोड़ नहीं पाएंगे। उन्होंने भाजपा के साथ एनडीए में आए नए दलों को भी नसीहत देते हुए कहा कि आप यह न सोचें कि सिर्फ हमारे के नेता ही जेल जाएंगे, एक दिन आपका भी नंबर आएगा। इसलिए हमें मिलकर भारत छोड़ो आंदोलन की तरह तानाशाही भारत छोड़ो की लड़ाई लड़नी होगी। सिसोदिया ने कहा कि भाजपा दिल्ली की शिक्षा क्रांति रोकना चाहती थी। आज मैं एलान करता हूं कि एक-एक गरीब को शिक्षा के जरिए समाज की मुख्यधारा में लाएंगे। इसके बिना भारत विकसित राष्ट्र नहीं बन सकता।

पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत शनिवार को सुबह दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया सुबह करीब 10ः30 बजे कनॉट प्लेस स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर पहुंचे और पूजा-अर्चना कर बजरंग बली का आशीर्वाद दिया। इसके उपरांत वो राजघाट जाकर महात्मा गांधी की समाधि पर पुष्प अर्पित कर उनका आशीर्वाद लिया। इस मौके पर आम आदमी पार्टी के कई वरिष्ठ नेता भी मौजूद रहे। राजघाट से वो दोपहर 12 बजे पार्टी मुख्यालय पहुंचे। 17 महीने बाद पहली बार उनको अपने बीच पाकर कार्यकर्ता उत्साह व जोश से भर गए। इस दौरान मंच पर सांसद संजय सिंह, मंत्री गोपाल राय, आतिशी, सौरभ भारद्वाज, इमरान हुसैन, दिल्ली की मेयर डॉ. शैली ओबेरॉय, पंजाब के मंत्री, दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल, डिप्टी स्पीकर राखी बिड़लान, विधायक दुर्गेश पाठक, कुलदीप कुमार, पार्टी के जनरल सेक्रेटरी सुशील गुप्ता समेत पार्टी के दिल्ली प्रदेश उपाध्यक्ष समेत अन्य वरिष्ठ नेता मंच पर मौजूद रहे।

भ्रष्टाचार का एक ही काल केजरीवाल है और भाजपा अपने काल को ज्यादा दिन जेल में नहीं रख पाएगी- मनीष सिसोदिया

पार्टी मुख्यालय पर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मनीष सिसोदिया ने कहा कि यह ईडी और सीबीआई का तानाबाना इसलिए नहीं बुना गया कि कोई बेईमानी हो गई है, बल्कि इसे इसलिए बुना गया है, क्योंकि अगर कश्मीर से कन्याकुमारी तक किसी से भी पूछो, तो वह बताएगा कि अरविंद केजरीवाल दिल्ली में ईमानदारी के साथ बहुत शानदार काम कर रहे हैं। केजरीवाल का नाम आज पूरे देश में ईमानदारी का प्रतीक बन गया है। लेकिन दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी भाजपा अपने किसी भी राज्य में ऐसा उदाहरण पेश नहीं कर पाई है कि उसके राज्य में ईमानदारी से कोई काम हो रहा है। अरविंद केजरीवाल की उस ईमानदार छवि को बिगाड़ने के लिए ये सारे कुचक्र रचे जा रहे हैं। लेकिन जनता सच्चाई जानती है। जनता के दिल के दरवाजे खुले हुए हैं। भाजपा जेल के दरवाजे बंद कर सकती है, लेकिन जनता के दिल के दरवाजे बंद नहीं कर सकती। पिछले 10 साल से जनता के दिल में एक ही नारा गूंज रहा है कि ‘भ्रष्टाचार का एक ही काल, केजरीवाल।’ भाजपा ने इधर-उधर से सभी भ्रष्टाचारियों को मिलाकर अपनी पार्टी बड़ी कर ली, लेकिन वह समझ ले कि उसका काल अभी जेल में है, लेकिन वह ज्यादा दिनों तक उसे जेल में नहीं रख पाएगी। उसका काल बाहर आएगा।

मुझे 7-8 महीने में न्याय मिलने की उम्मीद थी, पर 17 महीने लग गए, आखिरकार जीत सच्चाई की हुई- मनीष सिसोदिया

मनीष सिसोदिया ने कहा कि 17 महीनों तक लोगों के प्यार भरे आंसू मेरी ताकत बने। मैं जब पिछली बार राजघाट पर आपसे बात करके गया था, तो कहा था कि शायद 7-8 महीने लगेंगे। मुझे उम्मीद थी कि 7-8 महीने में न्याय मिल जाएगा। लेकिन 17 महीने लग गए, पर आखिरकार सच्चाई और ईमानदारी की जीत हुई है। इसलिए कहते हैं कि भगवान के घर देर है, लेकिन अंधेर नहीं। भाजपा ने हमें जेल में रखने की बहुत कोशिश की। केजरीवाल, संजय सिंह और मेरे ऊपर देश की सख्त से सख्त धाराएं लगाकर हमें झूठे केस में बंद करवा दिया। इन्होंने आतंकवादियों और ड्रग माफिया पर लगाई जाने वाली धाराएं लगाकर हमें जेल में सड़ाने की कोशिश की। इन्हें लगा कि अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया और संजय सिंह को जेल में डालेंगे तो ये भी सड़ते रहेंगे। लेकिन यह लोगों के आंसुओं की ताकत है, जिसने जेल के तालों को भी पिघला दिया।

दिल्ली के एक-एक बच्चे के लिए शानदार स्कूल बनाना है, यही हमारी सफलता है- मनीष सिसोदिया

मनीष सिसोदिया ने कहा कि अगर इस दुनिया की सारी बुरी ताकतें भी इकट्ठा हो जाएं तो भी हमारा कुछ नहीं बिगाड़ सकतीं। क्योंकि जो सच्चाई के रास्ते पर चलता है, उसका साथ भगवान देता है। आज बजरंग बली की कृपा है कि 17 महीने बाद ही सही, लेकिन आज मैं आपके बीच हूं। मैं बजरंग बली के दर्शन करने गया, तो पंडित जी ने बजरंग बली की वाणी में विजयी भवः और सफल भवः का आशीर्वाद दिया। मैंने उनसे कहा कि सफलता का एक ही मंत्र है कि दिल्ली के एक-एक बच्चे के लिए शानदार स्कूल बनाना है। यह हमारी सफलता है। हम रथ के घोड़े हैं। हमारा असली सारथी अभी जेल के अंदर है और वह भी बाहर आ जाएगा। इसके बाद वह हमें जो दिशा देंगे, हम उस पर चलेंगे। जेल के ताले टूटेंगे और केजरीवाल छूटकर आ जाएंगे। अरविंद केजरीवाल के ऊपर बजरंग बली की बहुत कृपा है। शुगर के मरीज होने के बावजूद उन्होंने लंबे-लंबे व्रत किए हैं। यह केवल बजरंग बली की कृपा से संभव हुआ है। उन पर कितने ही झूठे आरोप लगाए गए, लेकिन बजरंग बली की कृपा से वह सब से बाहर निकलकर आए। बाबा साहब अंबेडकर द्वारा दिए गए संविधान की बदौलत शुक्रवार को हम पर बजरंग बली की कृपा हुई।

अभिषेक मनु सिंघवी मेरे लिए भगवान समान हैं, उन्होंने इस कानूनी लड़ाई को अंजाम तक पहुंचाया- मनीष सिसोदिया

मनीष सिसोदिया ने कहा कि मुकदमे की सुनवाई के दौरान मैंने सारी चीजें बहुत ध्यान से पढ़ी थीं। बाबा साहब ने करीब 75 साल पहले ही इस बात का अंदाजा लगा लिया था कि भविष्य में ऐसा भी होगा कि कभी कोई तानाशाही ताकत आकर आतंकवादी और ड्रग माफियाओं पर लगाए जाने वाले कानून को आम आदमी, व्यापारी और विपक्षी नेताओं पर लगाएगी, तो इस वक्त यह संविधान उनकी रक्षा करेगा। जब एक तानाशाह सरकार जेल और कानून का दुरुपयोग करेगी, तो 75 साल पहले ही उस महान शख्सियत ने लिख दिया था कि मैं ऐसा संविधान दे रहा हूं जो लोगों की रक्षा करेगा। आज हम संविधान की ताकत से यहां खड़े हैं। सुप्रीम कोर्ट ने बाबा साहब के संविधान का उपयोग कर इस तानाशाही को कुचल दिया और इसे गलत ठहराया। इस दौरान मनीष सिसोदिया ने अपने वकीलों, समर्थकों और कार्यकर्ताओं का आभार जताते हुए कहा कि मैं जेल में था और आप बाहर आंदोलन कर रहे थे। अरविंद केजरीवाल जेल में हैं और आप सड़कों पर डंडे खा रहे है। हमारे वकील एक कोर्ट से दूसरे कोर्ट में धक्के खा रहे थे। जेल में बंद किसी भी व्यक्ति के लिए वकील भगवान के समान होता है। अभिषेक मनु सिंघवी मेरे लिए भगवान स्वरूप हैं। उन्होंने इस पूरी कानूनी लड़ाई को अंजाम तक पहुंचाया और जल्द ही अरविंद केजरीवाल को भी बाहर लाएंगे।

हम जेल में थे और हमारे कार्यकर्ता बाहर डंडे खा रहे थे, मैं सबको सलाम करता हूं- मनीष सिसोदिया

मनीष सिसोदिया ने देशभर में आम आदमी पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं का धन्यवाद करते हुए कहा कि मैं 17 महीने तक जेल की एक चौथाई कोठरी में था। जब मैं वहां गया तो वहां के सिपाही बताते थे कि ऊपर से हिदायतें दी गई हैं। मैंने उनसे कहा कि तुम मेरी चिंता मत करो, मैं तो जंतर-मंतर पर एक अखबार बिछाकर सो गया था। मैं, अरविंद केजरीवाल और संजय सिंह ऐसी स्थिति से निकलकर आए हैं जब रेलवे स्टेशन पर रात के 2 बजे ट्रेन आती थी और हमारे पास इतने पैसे भी नहीं होते थे कि हम किसी लॉज में रुक सकें, हम लोग स्टेशन पर ही पेपर बिछाकर सो जाते थे। हमें कोई दिक्कत नहीं है। हम जेल में थे, लेकिन हमारे कार्यकर्ता बाहर डंडे खा रहे थे। मैं एक-एक कार्यकर्ता को सलाम करता हूं। न केवल डंडे खाने के लिए, बल्कि भाजपा जिस तरह डर और धमकाकर दूसरी पार्टियों को तोड़ने में एक्सपर्ट है, उसके बावजूद आप डटे रहे और बेबाकी से खड़े रहे। हमारा एक-एक कार्यकर्ता, पार्षद और विधायक खड़ा रहा। मैं जानता हूं किस-किस पर क्या दबाव था, उन्हें क्या धमकियां दी जा रही थीं, लेकिन इसके बावजूद सब सीना तान कर खड़े रहे। अब तो दुश्मन भी मानने लगे हैं कि आम आदमी पार्टी में कुछ बात तो है जो इसके नेता 17 महीने जेल में रह जाते हैं, लेकिन इसके बावजूद न ये टूटते हैं और न ही झुकते हैं।

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