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लोकसभा में शोले फिल्म की मौसी का किस्सा रोचक तरीके से सुनाया PM Modi ने

PM Modi

लोकसभा में विपक्ष के तीखे तेवर के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को संसद में विरोधियों को अपने अंदाज में जवाब दिया। कांग्रेस की परफॉर्मेंस पर बात करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने हल्के-फुल्के अंदाज में तंज भी कसा।इस दौरान उन्होंने लोकसभा चुनाव 2024 में कांग्रेस द्वारा 99 सीटें जीतने का जिक्र किया और शोले फिल्म की मौसी का किस्सा सुनाया।

कांग्रेस को मिला विपक्ष में बैठने का जनादेश

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, “2024 के चुनाव में इस कांग्रेस के लिए देश की जनता ने जनादेश दिया है। इस देश का जनादेश है कि आप वहीं बैठिए। विपक्ष में ही बैठो और तर्क खत्म हो जाएं तो चीखते रहो-चिल्लाते रहो। कांग्रेस के इतिहास में ये तीसरे सबसे हार है। तीसरा सबसे खराब प्रदर्शन है। अच्छा होता कांग्रेस अपनी हार स्वीकार करती। जनता के आदेश को सिर आंखों पर चढ़ाती। आत्ममंथन करती, लेकिन ये तो शीर्षासन करने की दिशा में लगे हुए हैं।”

उन्होंने कहा, “कांग्रेस और उसका इकोसिस्टम दिन रात बिजली जलाकर हिन्दुस्तान के नागरिकों के मन में ये प्रस्थापित करने की कोशिश कर रहे हैं कि उन्होंने हमें हरा दिया है। आदरणीय सभापति जी, ऐसा क्यों हो रहा है। मैं जरा अपने सामान्य जीवन के अनुभव से बताता हूं।”

छोटा बच्चा साइकिल लेकर निकला और गिर गया

पीएम ने कहा, “कोई छोटा बच्चा साइकिल लेकर निकला और अगर वो बच्चा गिर जाता है, साइकिल से लुढ़क जाता है, रोने लगता है तो कोई बड़ा व्यक्ति उसके पास आकर बोलता है देखो चींटी मर गई। देखो चिड़िया उड़ गई। अरे देखो तुम तो बहुत बढ़िया साइकिल चलाते हो। अरे तुम तो गिरे नहीं हो। ऐसा करके उसका ध्यान भटकाकर मन बहला देते हैं। आजकल बच्चे का मन बहलाने का काम चल रहा है।”

पीएम मोदी ने कहा, ‘कांग्रेस पार्टी के नेताओं के बयानबाजी ने शोले फिल्म को भी पीछे छोड़ दिया है। आप सबको शोले की वो मौसी याद होगी। तीसरी बार तो हारे हैं पर मौसी ये मोरल विक्ट्री है न। अरे मौसी 13 राज्यों में 0 सीटें आईं हैं, पर हीरो तो है न। अपनी पार्टी की लुटिया तो डुबोई है, अरे मौसी, पार्टी अभी सांसे तो ले रही है। मैं कांग्रेस के लोगों से कहूंगा जनादेश को फर्जी जीत के जश्न में मत दबाओ।’


नरेंद्र मोदी ने कहा, “आजकल सहानुभूति पाने के लिए एक नई ड्रामेबाजी शुरू की गई है। नया खेल खेला जा रहा है। मैं एक किस्सा सुनाता हूं। एक बच्चा स्कूल से आया और जोर-जोर से रोने लगा। उसकी मां भी डर गई कि क्या हो गया। बच्चा कहने लगा मां आज स्कूल में मुझे मारा गया। आज स्कूल में मुझे उसने मारा, इसने मारा और जोर-जोर से रोने लगा। मां परेशान हो गई। मां ने पूछा कि बेटा बात क्या थी, लेकिन वो बता नहीं रहा था सिर्फ रो रहा था मुझे मारा, मुझे मारा।”

उन्होंने कहा, ‘बच्चा ये नहीं बता रहा था कि आज स्कूल में उसने किसी बच्चे को मां की गाली दी थी, किसी बच्चे की किताबें फाड़ दी थी, टीचर को चोर कहा था, किसी का टिफिन चुराकर खा गया था। हमने सदन में कल यही बचकाना हरकत देखी है। कल यहां बालक बुद्धि का खेल चल रहा था। मुझे मारा गया। मुझे इसने मारा, उसने मारा, यहां मारा, वहां मारा, ये चल रहा था। सहानुभूति हासिल करने के लिए ये नया ड्रामा चलाया गया है।

ये हजारों करोड़ रुपए की हेराफेरी के मामले में जमानत पर बाहर हैं। ये ओबीसी वर्ग के लोगों को चोर बताने के मामले में सजा पा चुके हैं। इनको देश की सुप्रीम कोर्ट पर गैर जिम्मेदाराना बयान देने के बाद माफी मांगनी पड़ी है।

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