पंचकूला में वीर साहिबजादों के बलिदान और अटल जी की विरासत को समर्पित प्रेरणादायी प्रदर्शनियाँ आयोजित
पंचकूला,
पंचकूला,-पंचकूला के सेक्टर-5 स्थित इंद्रधनुष ऑडिटोरियम में गुरू गोविंद सिंह जी के चार साहिबजादों के अद्वितीय बलिदान पर आधारित तथा भाजपा प्रदेश कार्यालय पंचकमल में भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के जीवन और विचारों पर केंद्रित प्रदर्शनियाँ लोगों के लिए अत्यंत ज्ञानवर्धक एवं प्रेरणादायी सिद्ध हो रही हैं।
देश के गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने बुधवार को अपने पंचकूला दौरे के दौरान दोनों प्रदर्शनियों का उद्घाटन किया। इस अवसर पर हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी भी विशेष रूप से उपस्थित रहे। ये दोनों प्रदर्शनियाँ 26 दिसंबर तक आम जनता के लिए खुली रहेंगी।
सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग द्वारा वीर बाल दिवस के उपलक्ष्य में इंद्रधनुष ऑडिटोरियम में आयोजित प्रदर्शनी के माध्यम से गुरू गोविंद सिंह जी के चार साहिबजादों अजीत सिंह, जुझार सिंह, जोरावर सिंह और फतेह सिंह के अद्वितीय बलिदान, शौर्य और धर्मरक्षा की गाथा को प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया गया है। प्रदर्शनी का उद्देश्य उनके जीवन से जुड़े साहस, सच्चाई और कर्तव्यबोध के संदेश को जन-जन तक पहुँचाना है, ताकि लोग उनसे प्रेरणा लेकर राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान दे सकें।

प्रदर्शनी यह संदेश देती है कि छोटी उम्र में भी बड़े आदर्शों और जिम्मेदारियों को निभाया जा सकता है। छोटे साहिबजादों का बलिदान आज भी देशवासियों को सत्य, साहस और राष्ट्रभक्ति के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वर्ष 2022 से प्रतिवर्ष 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस मनाने का निर्णय लिया गया, ताकि देश इन महान शूरवीरों को सदैव स्मरण रखे।
भाजपा प्रदेश कार्यालय पंचकमल में भारत रत्न, पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के जीवन और हरियाणा के साथ उनके गहरे जुड़ाव पर आधारित विशेष प्रदर्शनी भी आयोजित की गई है। इस प्रदर्शनी में अटल जी के सार्वजनिक जीवन के प्रमुख पड़ाव, राष्ट्र निर्माण में उनके योगदान, सुशासन की सोच और हरियाणा से उनके स्थायी संबंधों को प्रभावी ढंग से दर्शाया गया है, जिससे आगंतुक उनकी राजनीतिक यात्रा और विरासत को निकट से समझ पा रहे हैं।
दोनों प्रदर्शनियाँ समाज को प्रेरणा देने के साथ-साथ देशभक्ति, नैतिक मूल्यों और राष्ट्र निर्माण के संकल्प को सुदृढ़ करने का सशक्त माध्यम बन रही हैं।

