hariyana

स्वदेशी महोत्सव में विरासत प्रदर्शनी की ग्रामीण झांकी के कायल हुए दर्शक

पंचकूला स्वदेशी जागरण मंच की ओर से पंचकूला के सैक्टर 5 परेड ग्राऊंड में चल रहे स्वदेशी महोत्सव 2025 में विरासत दि हेरिटेज विलेज कुरुक्षेत्र द्वारा लगाई गई सांस्कृतिक प्रदर्शनी में आने वाले दर्शक यहां की ग्रामीण झांकी देखकर इसके कायल हो गये हैं। यह जानकारी स्वदेशी महोत्सव के संयोजक राजेश गोयल ने दी।

उन्होंने कहा कि स्वदेशी महोत्सव 2025 में लगाई गई विरासत प्रदर्शनी हरियाणा के गांवों का ग्रामीण परिदृश्य प्रस्तुत कर रही है। इसके अंदर बनाई गई मीडिया चौपाल तथा पगड़ी बंधाओ फोटो खिंचाओ केन्द्र विशेष रूप से पर्यटकों में लोकप्रिय हो रहे हैं।इस विषय में विस्तार से जानकारी देते हुए विरासत सांस्कृतिक प्रदर्शनी के संयोजक डॉ. महासिंह पूनिया ने बताया कि सांस्कृतिक प्रदर्शनी में झोंपड़ी, ग्रामीण अंचल में पक्षियों से फसल को बचाने के लिए बनाया जाने वाला डामचा स्वदेशी महोत्सव में आने वाले सभी दर्शकों को आकर्षित कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि प्रदर्शनी में बैलों द्वारा चलाए जाने वाले हल, खेत को समतल करने के लिए बैलों द्वारा प्रयोग की जाने वाली गोडी, हल के साथ बांधकर बीज बीजने के लिए प्रयोग किए जाने वाले ओरणे, कूंए से पानी निकालने के लिए उपयोग किए जाने वाले डोल, किसानी संस्कृति में अनाज उठाने के पश्चात उसको नापने के लिए उपयोगी मापक दर्शाए गए हैं।

डॉ. पूनिया ने बताया कि बैलों के लिए प्रयोग किए जाने वाले जूए एवं पंझाली, बैलों के ओढऩे के लिए उपयोगी पाल, पशुओं का दूध बिलोने के लिए प्रयोग में लाये जाने वाली रई एवं चाखड़ा, कूंए से सामान निकालने के लिए उपयोग में आने वाले कांटे एवं बिलाई, सौ साल पुरानी बैलगाड़ी, अस्सी साल पुराना रेहडू, हाथ से चलने वाला गंडासा, किसान द्वारा प्रयोग की जाने वाली जेली एवं टांगली आदि अनेक ऐसी विषय-वस्तुएं हैं जिनके साथ दर्शक अपने मोबाईल से सेल्फी लेकर गर्व महसूस कर रहे हैं। इन सभी विषय-वस्तुओं को संकलित कर विरासत सांस्कृतिक प्रदर्शनी में सुंदर तरीके से प्रस्तुत किया गया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *