उत्तर प्रदेश

अशांति उत्पन्न करने के लिए गलत सूचना का इस्तेमाल करते हैं भारत के शत्रु: राजीव चंद्रशेखर

केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने बृहस्पतिवार को यहां कहा कि गलत
सूचना एक खतरनाक चीज है जिसका इस्तेमाल अन्य देशों और भारत के दुश्मनों द्वारा सामाजिक
विभाजन और अशांति पैदा करने के लिए किया गया है। मंत्री ने यह बात समाचार पोर्टल ;न्यूजक्लिक के
खिलाफ सरकार की कार्रवाई के बारे में पूछे जाने पर कही।

चंद्रशेखर ने कहा कि इंटरनेट मंचों को ‘अतिरिक्त’ सावधानी बरतने और यह सुनिश्चित करने की
आवश्यकता है कि ऑनलाइन स्रोतों से जानकारी प्राप्त करने वाले नागरिक उन लोगों द्वारा गुमराह न
किए जाएं या उनके उकसावे में न आएं जो जानबूझकर भारत और भारतीयों के खिलाफ गलत सूचना
फैलाते हैं।

सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री चंद्रशेखर ने कहा कि केंद्र ने भारतीय उपयोगकर्ताओं के लिए इंटरनेट को
‘सुरक्षित और भरोसेमंद’ बनाने का संकल्प लिया है। उन्होंने यह बात निजी एमिटी विश्वविद्यालय,
नोएडा के वार्षिक प्रौद्योगिकी सम्मेलन ‘इनफिनिटी 2023’ के छठे संस्करण के शुभारंभ के अवसर पर
कही।

चंद्रशेखर ने कहा कि वर्तमान समय में, 83 करोड़ भारतीय इंटरनेट का उपयोग कर रहे हैं और 2025-26
तक यह संख्या बढ़कर 124 करोड़ हो जाएगी और लोग इसका उपयोग सब्सिडी, पेंशन, सूचना, स्टार्टअप
संचालित करने आदि के लिए करेंगे। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ;हमारी सरकार ने संकल्प लिया है
कि ऐसे में जब देश में इंटरनेट उपयोगकर्ताओं की संख्या बढ़ रही है, हमारी प्राथमिकता इंटरनेट को
हमारे नागरिकों के लिए सुरक्षित और भरोसेमंद बनाए रखना है।

चन्द्रशेखर ने कहा,इसमें साइबर अपराध, गलत सूचना और सीएसएएम (बाल यौन शोषण सामग्री) भी
शामिल है। हाल ही में हमने सीएसएएम पर कार्रवाई की क्योंकि बाल पोर्नोग्राफी के बारे में बहुत सारी
सामग्री सोशल मीडिया मंचों पर थी और हमने उन्हें स्पष्ट रूप से इसे बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करने की
चेतावनी दी थी। हम ऐसे किसी भी मंच को भारत में काम करने की अनुमति नहीं देंगे, यदि वे अपने
मंच से ऐसी सामग्री नहीं हटाते हैं।

समाचार पोर्टल न्यूजक्लिक पर सरकार की कार्रवाई के बारे में पूछे जाने पर, उन्होंने कहा कि गलत
सूचना एक ‘खतरनाक चीज’ है जिसका उपयोग अन्य देशों और भारत के दुश्मनों द्वारा सामाजिक
विभाजन और अशांति पैदा करने के लिए किया गया है।

मंत्री ने कहा, हमने इसे पहले ही आईटी नियमों और आईटी अधिनियम के तहत डाल दिया है। ये ऐसे
क्षेत्र हैं जिनको लेकर मंचों को अतिरिक्त ध्यान देने और यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि
इंटरनेट से जानकारी प्राप्त करने वाले हमारे नागरिकों को उन लोगों द्वारा किसी भी तरह से न तो
गुमराह किया जाए और न ही उकसाया जाए जो जानबूझकर भारत और भारतीयों के खिलाफ गलत
सूचना का प्रचार कर रहे हैं।

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