मप्र टूरिज्म बोर्ड को सैंक्चुअरी एशिया अवॉर्ड
मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड को टाइगर्स वाइल्डलाइफ टूरिज्म अवार्ड्स में
‘सर्वश्रेष्ठ सतत वन्यजीव पर्यटन राज्य‘ (द बेस्ट सस्टेनेबल वाइल्डलाइफ टूरिज्म स्टेट) के लिए सैंक्चुअरी
एशिया अवॉर्ड से नई दिल्ली में सम्मानित किया गया है। मध्यप्रदेश को भारतीय उपमहाद्वीप में प्रकृति,
पर्यटन, उद्योग, सतत प्रथाओं और रिस्पॉन्सिबल टूरिज्म में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए पुरस्कृत किया गया
है।
प्रमुख सचिव पर्यटन और संस्कृति एवं प्रबंध संचालक टूरिज्म बोर्ड शिव शेखर शुक्ला ने कहा कि
मध्यप्रदेश देश का टाइगर स्टेट है और दुनिया से टाइगर्स को देखने के लिए पर्यटक यहां के राष्ट्रीय
उद्यानों में पहुंचते हैँ। प्रदेश में पर्यटकों की संख्या बढ़ाने के साथ-साथ पर्यावरण पर पड़ने वाले
नकारात्मक प्रभाव को कम करने की जिम्मेदारी भी बोर्ड की है। इसलिए वन्य क्षेत्रों के आस-पास ईको-
फ्रेंडली होम स्टे, अपशिष्ट प्रबंधन, पर्यटकों में जागरूकता लाने जैसे विभिन्न प्रयास किये जा रहे हैं।
मध्यप्रदेश वन्यजीवों की दृष्टि से एक संपन्न राज्य है। 12 राष्ट्रीय उद्यानों और 24 वन्यजीव
अभ्यारण्यों के साथ, विभिन्न पौधों, जानवरों और पक्षियों जैसे प्राकृतिक संसाधनों से समृद्ध है। देश में
सर्वाधिक टाइगर्स मध्यप्रदेश में होने के कारण ‘टाइगर स्टेट ऑफ इंडिया‘ होने का गौरव प्राप्त है। म.प्र.
में वर्तमान में 785 टाइगर हैं।
मध्यप्रदेश को ‘टाइगर स्टेट ऑफ इंडिया‘ के नाम से जाना जाता है।
इसके साथ ही प्रदेश को ‘लेपर्ड स्टेट’ और ‘घडियाल स्टेट’ का भी गौरव प्राप्त है। कूनो राष्ट्रीय उद्यान में
चीतों के आगमन ये प्रदेश को चीता स्टेट के रूप में मान्यता मिली है।