दिल्ली

राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल ने आज संगम विहार का दौरा कर खोली संगम विहार की बदहाल स्थिति की पोल

राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल ने आज संगम विहार का दौरा किया और वहां के निवासियों द्वारा झेले जा रहे भयावह हालात को उजागर किया। दौरे के दौरान बुनियादी ढांचे की भारी कमी सामने आई, जिसमें टूटी हुई सड़कों का अभाव, बहता हुआ सीवर और पूरे साल जमा रहने वाला बदबूदार पानी शामिल है। स्थानीय निवासियों ने पीने के पानी तक के लिए रिश्वत देने और प्रशासनिक उपेक्षा का दर्दनाक सच साझा किया।

दौरा सुबह 10 बजे शुरू हुआ और शाम 5 बजे तक चला, जिसके दौरान सांसद स्वाति मालीवाल ने संगम विहार की गलियों और बस्तियों का दौरा किया और निवासियों से विस्तृत बातचीत की। वह यह देखकर स्तब्ध रह गईं कि लगभग सभी सड़कें टूटी और जलभराव से भरी हुई थीं। उन्होंने खुद घुटनों तक पानी और सीवर से भरी सड़कों पर चलकर हालात का जायजा लिया। निवासियों ने बताया कि वे पिछले दस वर्षों से नर्क जैसे हालात में जीने को मजबूर हैं।

निवासियों ने यह भी बताया कि विधायक शायद ही कभी इस क्षेत्र में आते हैं या उनके लिए कोई काम करते हैं। दयनीय स्थिति देखकर स्वाति मालीवाल ने मौके पर ही विधायक को फोन कर फटकार लगाई। उन्होंने उन्हें अपने आरामदायक बंगले से बाहर निकलने, जमीनी हकीकत का सामना करने और अपने क्षेत्र की जनता की जरूरतों को प्राथमिकता देने के लिए कहा। जनता से बातचीत के दौरान, उन्होंने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और लोक निर्माण मंत्री आतिशी मार्लेना को भी चुनौती दी कि वे इस क्षेत्र का दौरा करें और अपनी सरकार की नाकामी की वजह से पैदा हुई भयावह स्थिति को खुद देखें।

यह दौरा सांसद स्वाति मालीवाल द्वारा लगातार दिल्ली के अलग अलग क्षेत्रों में जमीनी दौरे करके, दिल्ली के ढहते और जर्जर बुनियादी ढांचे को उजागर करने की एक बड़ी पहल का हिस्सा है। इसके तहत पहले भी गोकुलपुरी, कालकाजी, पालम, बुराड़ी और किराड़ी जैसी विधानसभाओं के साथ-साथ जीबी पंत और जीटीबी अस्पताल जैसे प्रमुख अस्पतालों का निरीक्षण किया गया है। इन दौरों में बार-बार यह सामने आया है कि सड़कों का अभाव, कूड़े के ढेर, सीवर व्यवस्था की विफलता और स्वास्थ्य सेवाओं में गंभीर खामियां आम हैं। दिल्ली के तथाकथित “वर्ल्ड क्लास” विकास के पीछे का कठोर सच इन उपेक्षित क्षेत्रों में स्पष्ट रूप से दिखाई देता है, जहां लोग अमानवीय हालात से जूझ रहे हैं।

स्वाति मालीवाल ने इस तरह के दौरों के महत्व पर जोर देते हुए कहा, “हर सांसद का प्राथमिक दायित्व है कि वह अपने क्षेत्र की जनता की आवाज बने। जमीनी दौरे दिल्ली के लोगों के संघर्षों और परेशानियों को समझने और उन्हें हल करने के लिए बेहद जरूरी हैं। यह उपेक्षा सिर्फ प्रशासनिक अक्षमता नहीं है—यह दिल्ली के मध्यम वर्ग और वंचित नागरिकों के साथ किया गया विश्वासघात है, जिन्हें नर्क जैसे हालात में जीने के लिए छोड़ दिया गया है।”सांसद स्वाति मालीवाल ने इन मुद्दों को प्रशासन के उच्चतम स्तर तक ले जाने, भ्रष्टाचार और उपेक्षा को उजागर करने और उनका समाधान सुनिश्चित करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।

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