CAA लागू होने के बाद जामिया मिलिया इस्लामिया के आसपास सुरक्षा कड़ी की गई
केंद्र सरकार द्वारा नागरिकता (संशोधन) अधिनियम (सीएए), 2019
लागू किए जाने के बाद दिल्ली के जामिया मिलिया इस्लामिया के आसपास भारी पुलिस बल को तैनात
किया गया है। वहीं, दिल्ली के अनेक हिस्सों में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और अर्धसैनिक बल के जवान
गश्त और फ्लैग मार्च कर रहे हैं।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि देश में सीएए लागू होने के बाद जामिया मिलिया इस्लामिया
के कुछ छात्रों ने सोमवार की शाम परिसर में विरोध प्रदर्शन किया था, जिसके बाद वहां सुरक्षा बढ़ा दी
गई और अर्धसैनिक बल को तैनात किया गया है। सीएए 11 दिसंबर, 2019 को संसद में पारित हुआ
था। इसके बाद दिल्ली समेत देश के कई हिस्सों में प्रदर्शन हुए थे।
सीएए के खिलाफ विरोध का केंद्र रहे जामिया मिल्लिया इस्लामिया और शाहीन बाग इलाकों में 2019-20
में कई महीनों तक प्रदर्शन हुए थे। उत्तर-पूर्व दिल्ली में 2020 की शुरुआत में इस कानून को लेकर
सांप्रदायिक हिंसा भी हुई थी जिनमें 53 लोगों की मौत हो गई और 500 से ज्यादा घायल हो गए थे।
केंद्र सरकार ने सोमवार को सीएए के नियमों की अधिसूचना जारी कर दी। इसके मद्देनजर पुलिस ने
उत्तर पूर्व जिले में 43 संवेदनशील क्षेत्रों की पहचान की है। इनमें सीलमपुर, जाफराबाद, मुस्तफाबाद,
भजनपुरा, खजूरी खास और सीमापुरी शामिल हैं।
अर्धसैनिक बलों के जवानों ने सोमवार की रात शाहीन बाग, जामिया नगर और उत्तर-पूर्व दिल्ली के कई
हिस्सों में फ्लैग मार्च किया। वहीं, मंगलवार को भी गश्त जारी रहा।
पुलिस उपायुक्त (उत्तर-पूर्व) जॉय टिर्की ने कहा, कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस और
अर्द्धसैनिक बल कड़ी नजर रख रहे हैं। हमने उत्तर पूर्व दिल्ली में 43 संवेदनशील स्थानों की पहचान की
है और इन स्थानों पर रात में गश्त अपेक्षाकृत बढ़ा दी गई है। उन्होंने कहा, दिल्ली के उत्तर-पूर्व जिले
में हर व्यक्ति की सुरक्षा की जिम्मेदारी हमारी है।
पुलिस ने कहा कि दिल्ली पुलिस का साइबर प्रकोष्ठ सोशल मीडिया मंचों पर भड़काऊ पोस्ट और
अफवाहों को रोकने के लिए कड़ी नजर रख रहा है।
एक अन्य अधिकारी ने कहा कि दिल्ली पुलिस ने शांति समिति के सदस्यों के साथ कम से कम 29
बैठकें की हैं ताकि लोग सीएए के खिलाफ किसी भी अफवाहों में न आएं। उन्होंने कहा कि मंगलवार को
अधिक अर्धसैनिक बलों के जवानों के आ जाने के बाद उत्तर-पूर्व दिल्ली के कई हिस्सों में गश्त बढ़ाई
जाएगी।