दिल्ली में डेंगू के साथ-साथ फैल रहा है स्वाइन फ्लू, सामने आए 67 मामले
राजधानी में इन दिनों डेंगू के साथ-साथ स्वाइन फ्लू का संक्रमण भी
फैला हुआ है। राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र की एक रिपोर्ट के अनुसार पिछले माह दिल्ली में स्वाइन फ्लू
36 मामले आए।
इस वजह से पिछले माह तक दिल्ली में स्वाइन फ्लू के कुल 67 मामले आ चुके हैं।
डॉक्टरों के अनुसार, अस्पतालों में अब भी स्वाइन फ्लू के मामले देखे जा रहे हैं। इसके अलावा
इन्फ्लूएंजा ए के एच3एन2 वायरस के संक्रमण से पीड़ित मरीज भी पहुंच रहे हैं।
डॉक्टर बताते हैं कि एच3एन2 के मरीज अधिक देखे जा रहे हैं। यह स्वाइन फ्लू (एच1एन1) की तुलना
में कम खतरनाक है। दोनों के संक्रमण में एक जैसे लक्षण होते हैं। सामान्य तौर पर फ्लू से संक्रमित
लोगों को खांसी, जुकाम, गले में दर्द, 102 से 103 डिग्री फारेनहाइट तक बुखार व सांस इत्यादि की
परेशानी होती है। लेकिन स्वाइन फ्लू में गंभीर बीमारी होने की आशंका अधिक रहती है और सांस फूलने
की परेशानी अधिक हो सकती है। इस वजह से लोगों को अधिक सतर्क रहने की जरूरत है। खांसी,
जुकाम, गले में दर्द और तेज बुखार के साथ सांस लेने में परेशानी हो तो डॉक्टर से तुरंत संपर्क करना
चाहिए।
बिना डॉक्टर की सलाह के न ले दवा : डॉक्टर के परामर्श के बगैर दुकान से दवा लेकर खुद से इलाज
सेहत के लिए महंगा पड़ सकता है। फ्लू के संक्रमण से बचाव के लिए मेट्रो व भीड़ वाली जगहों पर
मास्क का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके अलावा हाथ को नियमित रूप से धोना चाहिए। फ्लू से
बचाव के लिए टीका भी उपलब्ध है। इसका टीका हर वर्ष लेना होता है। सर्दी के मौसम में फ्लू होने का
खतरा अधिक रहता है। इस वजह से सर्दियों में इसके मामले अधिक होते हैं। लिहाजा फ्लू से बचाव के
लिए लोग अभी टीका ले सकते हैं।