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AAP नेता राजेश शर्मा ने BJP पर साधा निशाना, असम के CM हिमंत बिस्व सरमा पर लगाए ये आरोप

परिजनों और मित्रों को सरकारी योजनाओं का फायदा

आप’ नेता एवं असम के चुनाव प्रभारी राजेश शर्मा ने कहा कि असम की भाजपा सरकार नियम उलंघन करते हुए परिजनों और मित्रों को सरकारी योजनाओं का फायदा पहुंचा रही है। जबसे हिमंत बिश्व शर्मा असम के मुख्यमंत्री बने हैं, उनकी पत्नी रिनिकी भुइयां शर्मा असम की अडानी बनने की राह में चल पड़ी हैं।

असम के लैंड सीलिंग एक्ट के अनुसार असम में 49.5 बीघा से ज्यादा कृषि भूमि नहीं खरीद सकते हैं

पिछले साल असम के नौगांव जिले में मुख्यमंत्री की पत्नी ने अपनी कंपनी प्राइड ईस्ट एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर 106 बीघा कृषि ज़मीन खरीदकर उसे ओद्योगिक ज़मीन की श्रेणी में बदलवा दिया। जबकि असम के लैंड सीलिंग एक्ट के अनुसार असम में 49.5 बीघा से ज्यादा कृषि भूमि नहीं खरीद सकते हैं। दूसरे मामले में फूड प्रॉसेसिंग मिनिस्ट्री को एक एप्लीकेशन भेजी गई कि हम फूड प्रॉसेसिंग यूनिट बना रहे हैं जिसका बजट 25 करोड़ 87 लाख रुपए है। इसमें रिनिकी भुइयां शर्मा की कंपनी प्राइड ईस्ट एंटरटेनमेंट लिमिटेड को मंत्रालय से 10 करोड़ रुपए की सब्सीडी दी गई। आम आदमी पार्टी इस पूरे घोटाले की ईडी-सीबीआई द्वारा जांच और इसमें शामिल सभी लोगों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की मांग करती है।

असम की भाजपा सरकार के एक बड़े भ्रष्टाचार का खुलासा

आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं असम चुनाव प्रभारी राजेश शर्मा ने बुधवार को पार्टी मुख्यालय में प्रेसवार्ता कर असम की भाजपा सरकार के एक बड़े भ्रष्टाचार का खुलासा किया। उन्होंने कहा कि भाजपा अपने परिवार और मित्रों को सरकारी योजनाओं का फायदा पहुंचा रही है। किसानों के लिए जो पैसा आवंटित होता है, उसका उपयोग भी परिजनों के लिए किया जा रहा है। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिश्व शर्मा की पत्नी रिनिकी भुइयां शर्मा असम में प्राइड ईस्ट एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की डायरेक्टर हैं। जबसे हिमंत बिश्व शर्मा असम के मुख्यमंत्री बने हैं, उनकी पत्नी असम की अडानी बनने की राह में चल पड़ी हैं। रिनिकी भुइयां शर्मा असम में ज़मीन पर ज़मीन खरीद रही हैं।

वर्तामन में असम सरकार पर एक करोड़ 48 हज़ार का कर्ज है। असम की हालत दिन पर दिन खराब हो रही है और सरकार पर कर्ज बढ़ता जा रहा है। लोगों के पास व्यापार नहीं है, आय का कोई साधन नहीं है। दूसरी तरफ, हिमंत बिश्व शर्मा का परिवार खूब फलफूल रहा है। उनकी संपत्ति में दिन-प्रतिदिन बढ़ोत्तरी हो रही है। इससे पहले भी रिनिकी भुइयां शर्मा का नाम 31 बीघा सरकारी ज़मीन के मामले में सामने आया था। यह खबर कई अखबारों ने छापी थी। 8 दिसंबर 2021 को द वायर और क्रॉसकरंट ने मिलकर यह स्टोरी कवर की थी। आज उसी ज़मीन पर रिनिकी भुइयां शर्मा एक प्राइवेट स्कूल चला रही हैं। रिनिकी भुइयां शर्मा के पास चायबगान हैं, रिसॉर्ट हैं और इस तरह की बहुत सारी व्यवस्थाएं हैं जो दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही हैं।

4 फरवरी 2022 को 50 बीघा ज़मीन खरीदी गई

उन्होंने कहा कि पिछले साल असम के नौगांव जिले में रिनिकी भुइयां शर्मा ने अपनी कंपनी प्राइड ईस्ट एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर 106 बीघा ज़मीन खरीदी। पहले, 4 फरवरी 2022 को कृषि भूमि से 50 बीघा ज़मीन खरीदी गई। जबकि असम के लैंड सीलिंग एक्ट के अनुसार आप असम में 49.5 बीघा से ज्यादा कृषि भूमि नहीं खरीद सकते हैं। ऐसे में प्राइड ईस्ट एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड द्वारा खरीदी गई कृषि भूमि को सिर्फ दो महीनों में ओद्योगिक भूमि में बदल दिया गया। अगर असम के लैंड यूज चेंज के एप्लीकेसन को देखें तो कई सालों के एप्लीकेसन पड़े हैं जो कृषि भूमि से ओद्योगिक भूमि में नहीं बदले गए। इसके बाद एक सितंबर 2023 को 56 बीघा की ज़मीन खरीदी। इस बार उन्होंने ज़मीन को खरीदने से पहले ही कृषि भूमि से ओद्योगिक ज़मीन में बदलवा लिया था। इस प्रकार उन्होंने कुल 106 बीघा ज़मीन खरीदी।

फूड प्रॉसेसिंग मिनिस्ट्री को एक एप्लीकेशन भेजी गई कि हम फूड प्रॉसेसिंग यूनिट बना रहे हैं जिसका बजट 25 करोड़ 87 लाख रुपए है

इसके बाद फूड प्रॉसेसिंग मिनिस्ट्री को एक एप्लीकेशन भेजी गई कि हम एक फूड प्रॉसेसिंग यूनिट बनान चाहते हैं जिसका बजट 25 करोड़ 87 लाख रुपए है। इसमें रिनिकी भुइयां शर्मा की कंपनी प्राइड ईस्ट एंटरटेनमेंट लिमिटेड को 10 करोड़ रुपए की सब्सीडी दी। प्राइड ईस्ट एंटरटेनमेंट लिमिटेड कंपनी असम में समाचार चैनल और मनोरंजन चैनल चलाने के साथ ईवेंट आयोजित कराने का काम करती है। उस कंपनी को मोदी जी की फूड प्रॉसेसिंग मिनिस्ट्री ने 10 करोड़ की सब्सीडी दे दी।

राजेश शर्मा ने कहा कि एक सरकारी स्कीम से असम के मुख्यमंत्री की पत्नी ने सीधे-सीधे फायदा उठाने का काम किया। आम आदमी पार्टी की मांग है कि इस पूरे घोटाले की जांच हो। इसमें शामिल सभी लोगों के खिलाफ ईडी-सीबीआई आवश्यक कार्रवाई करे। मोदी जी ने कहा था कि ना खाऊंगा और ना खाने दूंगा।

असम के मुख्यमंत्री भी कहते हैं कि भ्रष्टाचार को लेकर उनकी जीरो टॉलरेंस हैं। मैं दोनों से गुजारिश करूंगा कि यह मामला सीधा-सीधा भ्रष्टाचार का है, इसमें हस्तक्षेप कर सही कार्रवाई कराई जाए।

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