मुख्यमंत्री तीर्थयात्रा योजना के तहत 87वीं ट्रेन द्वारकाधीश रवाना, नागेश्वर धाम और सोभनाथ मंदिर का दर्शन भी करेंगे तीर्थयात्री
द्वारकाधीश के लिए ट्रेन रवाना होने से पहले तीर्थयात्रियों के लिए त्यागराज स्टेडियम में भजन संध्या का आयोजन किया गया, जहां तीर्थयात्रियों से मिले सीएम अरविंद केजरीवाल पहुंचे।
इस अवसर पर राजस्व मंत्री आतिशी भी मौजूद रहीं। इस दौरान सीएम अरविंद केजरीवाल ने बुजुर्ग तीर्थयात्रियों का पांव छूकर उनका आशीर्वाद लिया और तीर्थयात्रियों ने सीएम को अपने गले से लगा लिया। सीएम ने बुजुर्ग तीर्थयात्री शकुंतला देवी को टिकट का प्रतिरूप भेंट किया। सभी तीर्थयात्रियों को एक किट दी गई, जिसमें कंबल, तौलिया, चद्दर समेत रोजमर्रा के सामान हैं। सनातन धर्म के अनुसार द्वारकाधीश का दर्शन करने जाने वाले यात्री एक छतरी अपने साथ लेकर जाते हैं। इसलिए किट के साथ तीर्थयात्रियों को एक-एक छतरी भी दी गई।
इस अवसर पर सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि लगभग हर हफ्ते दिल्ली से किसी न किसी तीर्थस्थल पर लगभग एक हजार तीर्थयात्रियों को लेकर ट्रेन जाती है। रामेश्वरम्, पुरी, शिरडी, द्वारकाधीश समेत 12-13 तीर्थ स्थलों के लिए ट्रेन रवाना की जाती है। मेरी पूरी कोशिश रहती है कि अगर मैं दिल्ली में हूं और समय निकाल पाता हूं तो मैं सभी तीर्थयात्रियों को उनकी सफल यात्रा की शुभकामना देने के लिए मिलने जरूर आता हूं। आज भी मैं सभी तीर्थयात्रियों से मिलने आया हूं। द्वारकाधीश की यह यात्रा सात दिन की होगी। बुधवार की शाम को करीब 7 बजे दिल्ली से तीर्थयात्रियों को लेकर ट्रेन रवाना होगी। गुरुवार का पूरा दिन ट्रेन में गुजरेगा और शुक्रवार को सुबह 9 बजे ट्रेन द्वारकाधीश पहुंचेगी।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि वैसे तो व्यक्ति पूरी जिंदगी सुबह से शाम तक अपने काम में व्यस्त ही रहता है और उसे पता भी नहीं चलता है कि जिंदगी कब बीत गई। इसलिए इस सात दिन की यात्रा का खूब आनंद लेकर आना। मुझे पूरा विश्वास है कि तीर्थयात्रियों को ट्रेन का सफर पता ही नहीं चलेगा, क्योंकि ट्रेन में सभी लोग मिलकर भजन कीर्तन करते हुए जाते हैं। तीर्थयात्रा पर जा रहे कई लोग एक ही मोहल्ले के होंगे। द्वारकाधीश पहुंचने पर तीसरे दिन मंदिर दिखाया जाएगा। वहां पर सभी के लिए बसों का इंतजाम किया गया है। द्वारकाधीश जी का मंदिर दिखाने के बाद शाम को सोभनाथ मंदिर लेकर जाएंगे। अगले दिन सभी लोग सोभनाथ मंदिर पहुंचेंगे और पूरे दिन मंदिर के दर्शन करेंगे। इस तरह यह पूरी यात्रा सात दिन में पूरी होगी।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने राजस्व मंत्री आतिशी का हवाला देते हुए कहा कि तीर्थयात्रा पर हर बार 70-80 फीसद माताएं जाती हैं। इसका एक कारण यह है
कि आदमी तो काम के सिलसिले में कहीं न कहीं घूम आते हैं, लेकिन महिलाओं को समय नहीं मिलता है और उनको कोई लेकर जाने वाला भी नहीं मिलता है। ज्यादातर महिलाएं अपने पति और बच्चों पर निर्भर होती हैं। ऐसे में दिल्ली सरकार द्वारा शुरू की गई मुख्यमंत्री तीर्थयात्रा योजना महिलाओं को एक मौका दिया है। जब हम देखते हैं कि तीर्थयात्रा में 70-80 फीसद महिलाएं जा रही हैं तो हमें यह देखकर बहुत अच्छा लगता है कि हम अपनी माताओं को जगह-जगह से भगवान जी के दर्शन कराकर ला रहे हैं।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि ठंड का समय है। इसलिए सभी यात्री अपना ख्याल रखना। किसी को ठंड न लगे। वैसे तो हमने सबका पूरा ख्याल रखने की कोशिश की है। यहां से एसी ट्रेन में जाएंगे और द्वारकाधीश पहुंचने पर एसी होटल में ठहराया जाएगा। वहां पर खाने, रहने का अच्छा इंतजाम किया है। इसके बाद भी अगर हमारी तरफ से कोई कमी रह गई हो तो उसके लिए हम पहले ही सभी से माफी मांग ले रहे हैं। अगर आपको कोई कमी दिखे तो वापस आने पर बताना, ताकि अगली यात्रा ट्रेन में उसे दूर कर सकें।