‘उत्तराखंड क्रिएटर्स मीट-2025 का आयोजन
उत्तराखंड
देहरादून (गिरीश नारायण)। उत्तराखंड की विकास यात्रा में डिजिटल क्रांति का नया अध्याय तब जुड़ा, जब सीटूसी कमिटेड टू कॉमनर (केदार बियॉन्ड क्रिएशन प्रा. लि. की इकाई) द्वारा पहली बार “उत्तराखंड क्रिएटर्स मीट 2025 एवं महिला उद्यमी सम्मान समारोह” का भव्य आयोजन किया गया। आठ दिसंबर को राजधानी में आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की उपस्थिति ने पूरे माहौल को ऊर्जा और उत्साह से भर दिया। सैकड़ों डिजिटल क्रिएटर्स, इंफ्लुएंसर्स और युवा उद्यमियों की मौजूदगी ने इसे राज्य की उभरती डिजिटल शक्ति का प्रतीक बना दिया।

महिला उद्यमियों का सम्मान, उद्यमिता को नई उड़ान
समारोह का प्रमुख आकर्षण रहा वीमेन एंट्रेंप्रेनेर अवार्ड्स का वितरण, जिसके तहत ज्योति डबराल, नलिनी गुसाईं, गायत्री, कंचन जडली, शशि बहुगुणा रतूड़ी और स्वाति सिंह जैसी प्रतिभाशाली महिला उद्यमियों को सम्मानित किया गया। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि विकसित भारत 2047 के लक्ष्य में महिलाओं की भागीदारी निर्णायक होगी और डिजिटल प्लैटफॉर्म ग्रामीण अर्थव्यवस्था को नई गति देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।

सोशल मीडिया बना सरकार और जनता के बीच सेतु
कार्यक्रम में सीएम धामी ने सोशल मीडिया को “संवेदनशील प्रशासन” का नया माध्यम बताते हुए कहा कि डिजिटल क्रिएटर्स स्थानीय संस्कृति, पर्यटन, जैव विविधता और उत्पादों को वैश्विक स्तर पर पहचान दिला रहे हैं। कार्यक्रम की शुरुआत जागर गायक प्रीतम भरतवाण के सांस्कृतिक प्रस्तुतीकरण से हुई, जिसने पारंपरिक पहाड़ी संस्कृति को डिजिटल मंच पर सुंदर ढंग से पेश किया। मुख्य सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम और डीजी सूचना बंशीधर तिवारी की मौजूदगी ने इस पहल को सरकारी समर्थन का मजबूत संदेश दिया।
क्रिएटर्स इकोसिस्टम बनेगा विकास का नया इंजन
सीटूसी लीडरशिप और केदार बियॉन्ड क्रिएशन्स द्वारा प्रस्तुत डिजिटल इकोसिस्टम मॉडल को राज्य के विकास का भविष्य बताया गया। इस मॉडल के तहत डिजिटल कंटेंट निर्माण, स्थानीय भाषा-संस्कृति का संरक्षण और रोजगार सृजन को एक साथ जोड़ने की दिशा में काम किया जा रहा है। प्रीतम भरतवाण जैसे पारंपरिक कलाकारों का डिजिटल मंच पर आना इस बदलाव की बड़ी मिसाल है।
पर्वतीय राज्य में विकास का नया सूत्र—डिजिटल, युवा और महिला शक्ति
उत्तराखंड क्रिएटर्स मीट-2025 ने स्पष्ट कर दिया कि अब पहाड़ का विकास केवल इंफ्रास्ट्रक्चर तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि युवाओं की सोच, महिलाओं की उद्यमिता और डिजिटल क्रिएटर्स की ताकत मिलकर राज्य को 2047 तक ‘श्रेष्ठ भारत’ का अग्रणी स्तंभ बनाएगी। यह आयोजन एक शुरुआत है। लक्ष्य है हर गांव का युवा बने क्रिएटर, हर महिला उद्यमी बने डिजिटल आइकन, और उत्तराखंड बने विकसित भारत का सबसे चमकता सितारा।

