दिल्ली में माफ होगा पानी का बिल! फैसला लें, दूसरों को दोष न दें; एलजी की सीएम केजरीवाल को चिट्ठी
दिल्ली में 10 लाख लोगों के पानी के बिल गलत आने के मामले में
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपराज्यपाल वीके सक्सेना आमने-सामने हैं। एलजी ने सीएम को
चिट्ठी लिखी है
कि जिसमें उन्होंने कहा कि “जल, वित्त, शहरी विकास, इस योजना से संबंधित सभी
विभाग पूरी तरह से सीएम के नियंत्रण में हैं। एलजी की कोई भूमिका नहीं है। इस संबंध में आधिकारिक
या अनौपचारिक रूप से एलजी के संज्ञान में एक भी कागज का टुकड़ा नहीं लाया गया। उपराज्यपाल का
कहना है
कि आप फैसला लें, दूसरों का दोष न दें। पानी का बिल माफ करना है तो सभी 27 लाख
उपभोक्ताओं का किया जाए, सिर्फ 10 लाख का ही क्यों? उन्होंने कहा है कि जिन 17 लाख ईमानदार
उपभोक्ताओं ने पानी का बिल चुकाया है,
उनका ब्याज सहित पैसा लौटाएं। एलजी ने सीएम केजरीवाल
को लिखी चिट्ठी में कहा कि यह पूरी तरह से अस्वीकार्य और गैर-जिम्मेदाराना दावा है, जहां आरोप
लगाया गया है
कि एलजी को भाजपा नियंत्रित करती है। यह बयान न केवल सभी औचित्य और
संवैधानिक प्रावधानों का उल्लंघन करता है, बल्कि यह एक ओछी राजनीति है। एक तरह से यह अपनी
अक्षमता का ठीकरा दूसरों पर फोड़ने जैसा है।