दिल्ली की 63 विधानसभाओं के अध्यक्ष और संगठन मंत्री के नामों की घोषणा
लोकसभा चुनाव के मद्देनज़र
आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनज़र आम आदमी पार्टी ने गुरुवार को दिल्ली के 63 विधानसभा क्षेत्रों के लिए अध्यक्ष और संगठन मंत्री के नामों की घोषणा की। इससे पहले “आप” ने 14 जिला अध्यक्ष और 70 सचिवों के नाम की घोषणा की थी। पार्टी के दिल्ली संयोजक गोपाल राय ने कहा कि संगठन को मजबूत करने के लिए सभी पदाधिकारियों को नई ज़िम्मेदारी दी गई है। घर-घर जाकर दिल्ली वासियों को पार्टी के कार्यों से अवगत कराने की ज़िम्मेदारी नवनियुक्त पदाधिकारियों की होगी। राष्ट्रीय संगठन महामंत्री संदीप पाठक ने कहा कि आम आदमी पार्टी के राष्ट्रहित के उद्देश्य और केजरीवाल सरकार के विश्व चर्चित कार्यों को दिल्ली के कोने-कोने तक पहुंचाने में इन पदाधिकारियों का बड़ा योगदान होगा।
63 विधानसभाओं के अध्यक्ष और संगठन मंत्री के नामों की घोषणा की
आम आदमी पार्टी ने गुरुवार को पार्टी मुख्यालय में विधानसभा अध्यक्ष और संगठन मंत्रियों के नाम की लिस्ट जारी की। जिसमें आम आदमी पार्टी ने प्रदेश स्तर पर संगठन के लिए दिल्ली प्रदेश की 70 विधानसभाओं में से 63 विधानसभा क्षेत्रों के अध्यक्ष और संगठन मंत्री के नाम की घोषणा की है। इससे पहले दिल्ली प्रदेश के 7 उपाध्यक्षों के नामों की घोषणा की थी। साथ ही आम आदमी पार्टी ने 7 संगठन मंत्रियों के नामों की लिस्ट जारी की थी। हाल ही में आम आदमी पार्टी ने दिल्ली के सभी 14 जिलों के अध्यक्ष और 70 सचिवों के नाम की लिस्ट जारी किया था। उन सभी 70 सचिवों को एक-एक विधानसभा की जिम्मेदारी दी गई है।
सभी पदाधिकारी अपने-अपने क्षेत्र में पार्टी को मजबूत बनाने का काम करेंगे- गोपाल राय
आम आदमी पार्टी के दिल्ली संयोजक गोपाल राय ने कहा कि नवनियुक्त सभी पदाधिकारी अपने-अपने क्षेत्र में पार्टी को मजबूत बनाने का काम करेंगे। आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनज़र पार्टी के सभी पदाधिकारी घर-घर जाकर दिल्ली वालों को पार्टी के कार्यों से अवगत कराएंगे।
केजरीवाल सरकार के विश्व चर्चित कार्यों को दिल्ली के कोने-कोने तक पहुंचाने में इन पदाधिकारियों का बड़ा योगदान होगा
वहीं पार्टी के संगठन मंत्री संदीप पाठक ने कहा कि सभी प्रभारियों को हर प्रकार की चुनौतियों के लिए तैयार रहना होगा। पार्टी संगठन को मजबूत बनाने के साथ-साथ आम आदमी पार्टी के राष्ट्रहित के उद्देश्य कद दिल्ली के कोने-कोने तक पहुंचाने में इन पदाधिकारियों का बड़ा योगदान होगा। भाजपा की केंद्र सरकार ने कानून बनाकर भले ही केजरीवाल सरकार की शक्तियां छीन ली हों लेकिन फिर भी मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली वालों को विश्वास दिलाया है कि वह दिल्लीवालों के कोई काम रुकने नहीं देंगे।