दिल्ली

जय श्री कृष्णा के नारों के साथ मुख्यमंत्री तीर्थयात्रा योजना के तहत 77वीं ट्रेन द्वारकाधीश के लिए रवाना

मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना के तहत गुरुवार को 780 बुजुर्गों को लेकर 77वीं ट्रेन दिल्ली से द्वारकाधीश के लिए रवाना हुई। यात्रा से पूर्व सभी तीर्थयात्रियों के लिए त्यागराज स्टेडियम में भजन संध्या का आयोजन किया गया। राजस्व मंत्री आतिशी ने यहाँ पहुंचकर तीर्थ-यात्रियों से मुलाकात की और उन्हें यात्रा टिकट व किट सौंपा। इस मौके राजस्व मंत्री आतिशी ने कहा कि, हम खुशकिश्मत की दिल्ली के अपने बुजुर्गों को तीर्थ-यात्रा पर भेज उनका प्यार,सानिध्य और पुण्य कमा कमा रहे है| उन्होंने कहा कि दिल्लीवासी बहुत भाग्यशाली हैं, उनके बेटे अरविंद केजरीवाल ने अपने हर बुजुर्ग को तीर्थ यात्रा कराने की जिम्मेदारी ली है|

उन्होंने कहा कि, दिल्ली के बुजुर्गों के लिए श्रवण कुमार की भूमिका में मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल, अबतक दिल्ली से 76 ट्रेनों के माध्यम से लगभग 75 हजार बुजुर्गों को तीर्थ-यात्रा पर भेजा है और उनका वादा है कि चाहे कितनी भी बाधाएं आ जाये लेकिन वो बुजुर्गों के लिए तीर्थ-यात्रा का सिलसिला रुकने नहीं देंगे और दिल्ली के हर बुजुर्ग की तीर्थ यात्रा करवाएंगे| राजस्व मंत्री ने तीर्थ-यात्रियों को उनके यात्रा के लिए मंगलकामनाएं दी और अपील करते हुए कहा कि, यात्रा के दौरान आप सभी अच्छे से दर्शन करें और भगवन श्रीकृष्ण से देश और दिल्ली की तरक्की की कामना जरुर करें|

बता दे कि, मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना के तहत दिल्ली सरकार पिछले दो-तीन वर्षों से अपने बुजुर्गों को देश भर में विभिन्न तीर्थ स्थलों के दर्शन करवाती है। इसी कड़ी में गुरुवार शाम सफदरजंग रेलवे स्टेशन से एक ट्रेन श्री द्वारकाधीश के लिए रवाना हुई। इससे पहले, दिल्ली सरकार की ओर से त्यागराज स्टेडियम में एक भजन संध्या का आयोजन किया गया। इसका उद्देश्य तीर्थ यात्रियों को अंतरमन की शांति पाने और आध्यात्मिक यात्रा पर जा रहे साथी यात्रियों के साथ जुड़ने का अवसर प्रदान करना था।

इस अवसर पर राजस्व मंत्री आतिशी ने कहा कि, तीर्थ-यात्रा करना बहुत पुण्य का काम होता है| हर व्यक्ति ज़िंदगी भर मेहनत करता है। अपने परिवार को संभालते और बच्चों को पढ़ाते-लिखाते है। फिर ज़िंदगी का एक पड़ाव ऐसा आता है, जब वे आध्यात्म के साथ भगवान को समय देने और तीर्थयात्रा करने की इच्छा रखते हैं। ऐसे मन हमें ख़ुशी है कि बेशक हम खुद तीर्थ-यात्रा नहीं कर पा रहे लेकिन दिल्ली के अपने बुजुर्गों को तीर्थ-यात्रा पर भेज कर अपने हिस्से का पुण्य जरूर कमा रहे है| हम खुश क़िस्मत है कि भगवान ने हमें इस काबिल बनाया है कि हम दिल्ली के बुजुर्गों को तीर्थ-यात्रा करवा सकें।

उन्होंने कहा कि,कई बार जिन्दगी के इस पड़ाव अपर मज़बूरी के कारण कई बुजुर्ग अपनी इस इच्छा को पूरा नहीं कर पाते हैं। लेकिन दिल्लीवासियों का सौभाग्य है कि दिल्ली के हर बुजुर्ग को बेटे के रूप में अरविंद केजरीवाल मिले हैं, जिन्होंने जिम्मेदारी ली है कि मैं दिल्ली के हर बुजुर्ग को तीर्थयात्रा करवाउंगा। और वो श्रवण कुमार की भूमिका निभाते हुए अबतक लगभग 75,000 बुजुर्गों को तीर्थ-यात्रा पर भेज चुके है|

राजस्व मंत्री आतिशी ने कहा कि,अपनी इस योजना के तहत केजरीवाल सरकार यात्रियों को एसी ट्रेन से भेजती है, उनके लिए एसी होटल बुक करवाती है, समय से खाने-पीने और दर्शन की व्यवस्था करवाती है और एक भी मौका ऐसा नहीं आने देती जहाँ बुजुर्गों को किसी भी समस्या का सामना करना पड़े| दिल्ली के बुजुर्गों के बेटे के रूप में मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल जी सुनिश्चित करते है कि पूरी यात्रा के दौरान बुजुर्गों के लिए सभी सुविधाओं की व्यवस्था दुरुस्त रहे|

राजस्व मंत्री ने साझा करते हुए कहा कि, कुछ महीने पहले तीर्थ यात्रियों की ट्रेन अयोध्या गई थी और जब अयोध्या से ट्रेन वापस आई तो हमने बुजुर्गों से बात की। तब बुजुर्गों ने एक बात कही कि हमें मंदिर जाने, रामलला के दर्शन की ख़ुशी तो है ही, साथ ही इस बात की भी ख़ुशी है कि जिस तरह से अरविंद केजरीवाल ने पूरी यात्रा में हमारा ध्यान रखा, शायद हमारे बच्चे भी न रख पाते।

उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल जी का धन्यवाद करती हूं कि उन्होंने हमारे बुजुर्गों के दिल की बात सुनी और उन्हें तीर्थयात्रा पर भेजा। साथ ही उन्होंने तीर्थ-यात्रियों से अपील करते हुए कहा कि आप सभी जब द्वारकाधीश पहुंचे तो अपने परिवार के साथ-साथ देश और दिल्लीवालों की सुख समृधि की कामना भी ज़रूर करें।

 

इन तीर्थ स्थलों का दर्शन कराती है केजरीवाल सरकार

दिल्ली सरकार रामेश्वरम्, द्वारकाधीश, सोमनाथ, नागेश्वरम्, जगन्नाथपुरी, बाबा महाकाल, शिरडी में तमकेश्वरम्, तिरुपति बालाजी, अयोध्या, माता वैष्णोदेवी, पुष्कर, फतेहपुर सिकरी, अमृतसर में स्वर्ण मंदिर, करतारपुर साहिब, मथुरा-वृंदावन और हरिद्वार के दर्शन अपने खर्चे पर करवाती है। पात्र यात्री अपनी मन पसंद यात्रा को चुन सकते हैं।

दिल्ली सरकार तीर्थयात्रियों की पूरी यात्रा का उठाती है खर्च

इन यात्राओं में भाग लेने के लिए सभी तीर्थ यात्रियों को ऑनलाइन पोर्टल के जरिए आवेदन करना होता है। आवेदनों की जांच पड़ताल के बाद दिल्ली सरकार इच्छित तीर्थ स्थलों तक उनकी यात्रा को सुविधाजनक बनाने के लिए वातानुकूलित ट्रेनों की व्यवस्था करती है। दिल्ली सरकार तीर्थ यात्रियों के उनके घर से रेलवे स्टेशन तक और वापस घर पहुंचाने तक के लिए परिवहन की जिम्मेदारी लेती है। साथ ही, उनके होटल पहुंचने के बाद तीर्थ स्थलों तक और वहां से स्थानीय यात्रा की व्यवस्था भी करती है। यात्रा के दौरान सभी तीर्थयात्रियों को अच्छे होटलों में रहने के साथ भोजन और नाश्ते की व्यवस्था करती है। इसके अलावा, हर तीर्थयात्री को एक किट दी जाती है, जिसमें बेडशीट, छाता, कंबल, तौलिया और स्नान किट समेत अन्य जरूरी वस्तुएं होती हैं, ताकि उनको यात्रा के दौरान किसी प्रकार की असुविधा न हो।

अब तक दिल्ली के 75 हजार बुजुर्ग कर चुके हैं यात्रा

दिल्ली सरकार की मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना के तहत अब तक 76 ट्रेनों के माध्यम से लगभग 75 हजार तीर्थयात्री देश के विभिन्न तीर्थ स्थलों की यात्रा कर चुके हैं। इसी योजना के तहत मंगलवार को दिल्ली के 780 बुजुर्गों को लेकर 76वीं यात्रा ट्रेन द्वारकाधीश रवाना हुई।

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