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देश में बढ़ती महंगाई को लेकर आम आदमी पार्टी ने केंद्र सरकार पर बोला हमला

दिल्लीवालों को महंगाई से राहत

पूरे देश में सबसे सस्ती दिल्ली है। यह केजरीवाल सरकार नहीं कह रही है, बल्कि केंद्र सरकार की मिनिस्ट्री ऑफ स्टैटिसटिक्स एंड प्रोगाम इंप्लीमेंटेशन की रिपोर्ट कह रही है। इस रिपोर्ट के मुताबिक राष्ट्रीय स्तर पर देश में औसत महंगाई दर 6.83 फीसद है, जबकि दिल्ली में महंगाई दर मात्र 3 फीसद ही है, जो राष्ट्रीय औसत से आधे से भी कम है। जबकि, राजस्थान में 8.6 फीसद, हरियाणा में 8.2, उड़ीसा में 8.23, तेलंगाना में 8 फीसद महंगाई दर है। इस संबंध में सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा कि हमेशा की तरह फिर से आंकड़ों में सबसे कम महंगाई दिल्ली में है। दिल्ली सरकार की फ्री शिक्षा, फ्री इलाज, फ्री महिलाओं के लिए यातायात, फ्री पानी, फ्री बिजली, फ्री तीर्थ यात्रा और ईमानदार सरकार ने दिल्लीवालों को ज़बरदस्त राहत पहुचाई है।

उधर, आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सदस्य राधव चड्ढा ने पार्टी मुख्यालय में प्रेस वार्ता कर फिल्म पीपली लाइव के महंगाई डायन खाए जात हैं, गाने का हवाला देते हुए कहा कि देश में जानलेवा महंगाई है। दवाई से लेकर पढ़ाई तक हर चीज महंगी हो गई है। मोदी सरकार ने पिछले 9 सालों में 30 साल की सर्वाधिक महंगाई देकर एक रिकॉर्ड कायम करने का काम किया है। इस देश में आज अनियत्रित महंगाई के चलते आम खाली 24 फीसद महंगी हो गई है। दूध, दही, चावल, आटा, चाय, कॉफी पर अंग्रेजों ने भी कभी टैक्स नहीं लगाया, लेकिन मोदी सरकार टैक्स लगाए जा रही है। घटती कमाई और बढ़ती महंगाई के इस दौर में जनता को अब आधार कार्ड की बजाय उधार कार्ड की जरूरत पड़ गई है।

राज्यसभा सदस्य राघव चड्ढा ने कहा कि पिछले 9 सालों में मोदी सरकार ने टैक्स लगाकर खाद्य पदार्थों को इतना महंगा कर दिया है कि एक आम आदमी की जेब महीने के अंत तक खाली हो जाता है और उसे बहुत निराशा और दुख होता है। इस महंगाई के दौर में भी दिल्ली देश का इकलौता राज्य है, जो महंगाई से बचा हुआ है। यह भारत सरकार की मिनिस्ट्री ऑफ स्टैटिसटिक्स एंड प्रोगाम इंप्लीमेंटेशन की रिपोर्ट ये बता कह रही है। यह रिपोर्ट बताती है कि राष्ट्रीय स्तर पर औसत महंगाई 6.83 फीसद है और दिल्ली में मात्र 3 फीसद महंगाई है। यानि कि दिल्ली में राष्ट्रीय औसत से आधे से भी कम महंगाई है। वहीं, राजस्थान में 8.6 फीसद, हरियाणा में 8.2, उड़ीसा में 8.23, तेलंगाना में 8 फीसद महंगाई है।

राज्यसभा सदस्य राघव चड्ढा ने कहा कि जब पूरे देश में मोदी सरकार ने महंगाई का आक्रमण किया तो उसमें एक छोटा सा राज्य दिल्ली महंगाई से कैसे बच गया? यह इसलिए हुआ, क्योंकि भाजपा सरकार के महंगाई के वाणों को ढाल बनकर अरविंद केजरीवाल ने रोका और दिल्लीवालों पर भाजपा सरकार के महंगाई के वाण लगने नहीं दिए। जब 2014 में केंद्र में मोदी जी की सरकार बनी थी, तब पेट्रोल 55 रुपए मिलता था, आज 100 रुपए प्रति लीटर मिलता है। डीजल 45 लीटर प्रति लीटर था और आज 90 रुपए प्रति लीटर है। दूध लगभग 34-36 रुपए प्रति लीटर मिलता था और आज 60 रुपए से अधिक का मिल रहा है। गैस सिलेंडर 400 रुपए का था, जो आज लगभग 1100 रुपए का है। केंद्र में बैठी मोदी सरकार ने देश में महंगाई को दो से तीन गुना बढ़ाने का काम किया। इससे जनता कराह रही है।

राज्यसभा सदस्य राघव चड्ढा ने महाभारत का उल्लेख करते हुए कहा कि मृत्यु सैया पर लेटे भीष्म पितामह ने राजा के 36 गुण बताते हुए युधिष्ठिर को सीख दी थी। इसमें एक गुण क्रूरता का आश्रय लिए बिना धन संग्रह करना था। राजा को खूब टैक्स लगाकर जनता से टैक्स नहीं करना चाहिए। अगर राजा खूब टैक्स लगाकर धन संग्रह कर रहा है तो राजा राजधर्म का पालन नहीं कर रहा है। केंद्र में बैठी भाजपा सरकार ने राजधर्म को त्याग दिया और जनता पर खूब टैक्स लगा दिए। वहीं, दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने राजधर्म का पालन किया है। अरविंद केजरीवाल ने राजधर्म का पालन किया। पितामह भीष्म ने राजा के जो 36 गुण बताते थे, वो गुण पीएम मोदी में नहीं नजर आते हैं, बल्कि अरविंद केजरीवाल में नजर आते हैं।

राज्यसभा सदस्य राघव चड्ढा ने कहा कि दिल्ली में राष्ट्रीय औसत की आधी महंगाई इसलिए है, क्योंकि अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में एक वेलफेयर मॉडल दिया है। इसे हम अरविंद केजरीवाल राहत मॉडल कह सकते हैं। इसके तहत दिल्ली के लोगों को 200 यूनिट बिजली, 20 हजार लीटर, पानी, स्वास्थ्य और महिलाओं को यातायात की सेवाएं और बुजुर्गों को तीर्थ यात्रा मुफ्त मिलती है। इन वेलफेयर स्कीमों से दिल्ली के एक परिवार की हर महीने करीब 15-16 हजार रुपए की बचत होती है। अरविंद केजरीवाल वेलफेयर स्कीमों के जरिए दिल्ली के हर परिवार को हर महीने 15-16 हजार रुपए की राहत देने का काम कर रहे हैं।

राज्यसभा सदस्य राघव चड्ढा ने कहा कि अरविंद केजरीवाल फिजूल की बातें नहीं करते हैं। वो जनता का ध्यान भटकाने के लिए वन नेशन-वन इलेक्शन के शिगूफे नहीं छोड़ते, देश काम नाम इंडिया से भारत करने की गुहार नहीं लगाते हैं, बल्कि वो महंगाई, बेरोजगारी, किसानों पर हो रहे अत्याचार के मुद्दे पर बात करते हैं। अरविंद केजरीवाल इन मुद्दों का हल देश की जनता के सामने रखते हैं और भारत को दुनिया का नंबर वन देश बनाने का सपना लेकर काम करते हैं। अरविंद केजरीवाल द्वारा शुरू की गई वेलफेयर स्कीमों के चलते पूरे देश में दिल्ली में सबसे कम महंगाई है। जिसे भाजपा रेवड़ी कहती है। भाजपा से कहना चाहता हूं कि ये रेवड़ी नहीं है, बल्कि प्रीपेड सेवाएं हैं। क्योंकि इन सारी सेवाओं के लिए गरीब से गरीब व्यक्ति टैक्स भरता है।

ये टैक्स सरकार के खजाने में जाता है। देश में कुछ सरकार हैं, जो जनता के टैक्स भरे खजाने को लूट लेती हैं। वहीं, अरविंद केजरीवाल की सरकार जनता से मिले टैक्स का पैसे को वेलफेयर सेवाओं के जरिए वापस देती है। दिल्ली की जनता को सबसे कम महंगाई और सुविधा जनक जीवन देने के बाद भी अरविंद केजरीवाल की सरकार मुनाफे की सरकार है।

सरकार पर कोई कर्ज नहीं है। क्योंकि दिल्ली में भाजपा की 40 फीसद कमीशन वाली सरकार नहीं है, बल्कि अरविंद केजरीवाल की 100 फीसद डेडिकेशन वाली सरकार है।

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