कैबिनेट मंत्री आतिशी ने जेल में सीएम अरविंद केजरीवाल से की मुलाक़ात, सीएम ने सरकार के कामकाज का जायज़ा लिया
आतिशी ने जेल में सीएम अरविंद केजरीवाल से की मुलाक़ात
कैबिनेट मंत्री आतिशी ने सोमवार को तिहाड़ जेल में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुलाक़ात की। मुलाक़ात के दौरान सीएम ने सरकार के कामकाज का जायज़ा लिया। इस विषय में साझा करते हुए मंत्री आतिशी ने कहा कि, जेल में भी अरविंद केजरीवाल को अपनी नहीं बल्कि 2 करोड़ दिल्लीवासियों की चिंता है।
उन्होंने कहा कि,जेल में मुलाक़ात के दौरान पूरे समय सीएम ने दिल्ली सरकार के स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों की पढ़ाई, मोहल्ला क्लीनिकों के बारे में अपडेट लिया।
जेल में सीएम अरविंद केजरीवाल का जलमंत्री आतिशी को निर्देश दिया कि ये सुनिश्चित किया जाए कि, गर्मियों में दिल्ली में पानी की कमी न हो, जनता को किसी समस्या का सामना न करना पड़े। साथ ही सीएम अरविंद केजरीवाल का दिल्ली की महिलाओं के लिए संदेश भेजा कि वो जल्द जेल से बाहर आयेंगे और दिल्ली की महिलाओं को प्रतिमाह ₹1000 देने का वादा ज़रूर पूरा करेंगे।
आतिशी ने साझा करते हुए कहा कि, आज मैं जब मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी से मुलाक़ात करने पहुँची तो उनसे पूछा कि, आप कैसे हैं? इसपर मुख्यमंत्री जी ने कहा कि, तुम मेरी चिंता, मेरी सेहत की चिंता मत करो बल्कि ये बताओ कि, काम कैसा चल रहा है, क्या स्कूलों में किताबें समय से पहुँच गई है, बच्चों को अपनी पढ़ाई में तो को दिक़्क़त नहीं हो रही। मोहल्ला क्लिनिक में दवाइयों की जो समस्या चल रही थी वो ख़त्म हुई या नहीं? लोगों को दवाइयाँ मिल रही है या नहीं।
आतिशी ने साझा करते हुए कहा कि, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी ने ये सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि, ये ज़रूर सुनिश्चित किया जाए कि गर्मियों का समय आ रहा है। इस समय में दिल्ली वालों को पानी की बिलकुल समस्या नहीं होनी चाहिए। मुख्यमंत्री जी ने इसपर ख़ास ध्यान रखने को कहा है।
आतिशी ने कहा कि, सीएम अरविंद केजरीवाल जी ने दिल्ली की महिलाओं के लिए भी संदेश दिया है कि वो जल्द बाहर आयेंगे और उनका ये वादा है कि दिल्ली की महिलाओं को प्रतिमाह ₹1000 की सम्मान राशि देनी है उसका पूरा प्लान बना रहे है और दिल्ली की महिलाओं को हमारी सरकार की ओर से ये सम्मानराशि ज़रूर मिलेगी।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने विधायकों के लिए भी निर्देश दिया और कहा कि सभी विधायक लगातार अपने विधानसभा क्षेत्रों में निरीक्षण करें, लोगों से मिले और उनकी समस्याएँ सुझाए।