सीएम केजरीवाल कांग्रेस से गठबंधन करें या आप को उसमें विलय कर दें, शून्य में शून्य जोड़ने से शून्य होता है : अमित शाह
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने यशोभूमि में आयोजित
समारोह में दिल्ली ग्रामोदय अभियान के अंतर्गत दिल्ली के 41 गांवों में विकास कार्यों का शुभारंभ किया।
इस दौरान उन्होंने संबोधित करते हुए
कहा कि राजनीति में दो तरह के लोग होते हैं, एक जो कहते हैं,
वो करते हैं। एक जो कहते हैं, वो कभी नहीं करते हैं। दिल्ली में दोनों तरह के लोग हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र
मोदी जो कहते हैं वो करते हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री जो कहते हैं उसे कभी नहीं करते हैं। अन्ना आंदोलन
के समय कहते थे,
कभी राजनीति में नहीं जाऊंगा और उन्होंने पार्टी बना ली। उन्होंने कहा कभी
मुख्यमंत्री नहीं बनूंगा और तीन बार मुख्यमंत्री बन गए। उन्होंने कहा बंगला गाड़ी नहीं लूंगा और शीला
दीक्षित के सरकारी आवास पर बुलडोजर चलाकर शीश महल बना दिया। कांग्रेस के भ्रष्टाचार के खिलाफ
संघर्ष करने की बात करते थे,
अब पीएम मोदी से लड़ने के लिए कांग्रेस की गोद में बैठ गए। केजरीवाल
कांग्रेस से गठबंधन करें या अपनी पार्टी को उसमें विलय कर दें, इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा। शून्य में
शून्य जोड़ने से शून्य ही होता है। केजरीवाल का एनजीओ से मुख्यमंत्री बनने तक का सफर वादा
खिलाफी, झूठ बोलने, बार-बार झूठ बोलने और भ्रष्टाचार से भरा हुआ है। आबकारी घोटाला, मुख्यमंत्री
आवास नवीनीकरण घोटाला, जल बोर्ड घोटाला, नकली दवा घोटाला, लैब जांच घोटाला, पैनिक बटन
घोटाला, बस खरीदी घोटाला सहित कई घोटाले हुए, लेकिन सीएम केजरीवाल अपने को कट्टर ईमानदार
बताते हैं। शिक्षक के लिए छात्रों को ईमानदारी की परिभाषा बताने में कठिनाई होगी।