दिल्ली

डगमगाया हुआ है सीएम केजरीवाल का विश्वास : बिधूड़ी

दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने मुख्यमंत्री
अरविंद केजरीवाल पर तंज कसते हुए कहा है कि 62 विधायकों का समर्थन होते हुए भी उन्हें विश्वास
मत की जरूरत पड़ गई है। इससे पता चलता है कि उनका विश्वास कितना डगमगाया हुआ है। यही
नहीं, विश्वास मत पेश करने से पहले ही भाजपा के केवल आठ विधायकों से इतने भयभीत थे कि
उन्होंने सात विधायकों को निलंबित करा दिया।

बिधूड़ी ने कहा कि विधानसभा की तरफ से बजट अधिवेशन का जो कार्यक्रम पहले जारी किया गया था,
उसके अनुसार 17 फरवरी को सदन की कोई बैठक नहीं थी। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को राउज
एवेन्यू कोर्ट ने 17 फरवरी को पेश होने का हुकम दिया था क्योंकि वह ईडी द्वारा जारी समन की
अनदेखी करते हुए शराब घोटाले की पूछताछ में शामिल नहीं हो रहे थे। इसे देखते हुए मुख्यमंत्री ने
जानबूझ कर साजिश रचते हुए

17 फरवरी को भी सदन की बैठक रखवा दी है और उसमें अपनी सरकार
के लिए विश्वास मत पेश कर दिया है। अब वह कोर्ट में दलील देंगे कि मैं विधानसभा में व्यस्त हूं। यही
नहीं, उन्हें यह आशंका थी कि अगर भाजपा विधायक सदन में उपस्थित रहे तो वे केजरीवाल सरकार के
दावों की धज्जियां उड़ा देंगे। इसलिए सात भाजपा विधायकों को सदन से निलंबित करा दिया गया है।

उन्होंने कहा कि चूंकि 17-18 फरवरी को दिल्ली में भाजपा का राष्ट्रीय अधिवेशन है तो मैं भी वहां
व्यस्त रहने के लिए सदन में नहीं जा पाऊंगा तो ठीक उसी दिन उन्होंने विश्वास मत पेश कर दिया है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि हैरानी की बात है कि जिस मुद्दे पर उन्होंने विश्वास मत पेश किया है और
आरोप लगाया है

कि भाजपा उनके विधायकों को खरीदने की कोशिश कर रही है, उसकी जांच तो पहले
ही दिल्ली पुलिस कर रही है। पुलिस ने उन्हें नोटिस जारी करके सबूत भी मांगे हैं लेकिन वह कोई सबूत
पेश नहीं कर सके और अब उसी निराधार तथा काल्पनिक आरोप को लेकर विधानसभा में विश्वास मत
पेश कर रहे हैं।

बिधूड़ी ने कहा कि यह बेहयाई की बात है कि केजरीवाल को पता है कि उनकी झूठ,
फरेब, भ्रष्ट और विफल राजनीति की पोल खुल चुकी है लेकिन वह फिर भी विधानसभा में विश्वास मत
पेश करके अपनी खिल्ली उड़वाना चाहते हैं।

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