Politics

झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की प्रतिमा को हटाने की साजिश

आम आदमी पार्टी ने दिल्ली स्थित आरएसएस मुख्यालय के पास लगी झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की प्रतिमा को हटाने की साजिश कर रही भाजपा पर तीखा हमला बोला है। ‘‘आप’’ के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह का कहना है कि देशभक्तों, शहीदों और राष्ट्र का अपमान करना भाजपा के रग-रग में बसा है। भाजपा अपने इस आदत को बरकरार रखते हुए 1857 की योद्धा झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की प्रतिमा हटाने का कुचक्र रच रही है। इनके पुरखों ने भी स्वतंत्रता सेनानियों की जासूरी की थी और आरएसएस ने अपने मुख्यालय पर 53 साल तक तिरंगा नहीं फहरा कर देश से गद्दारी की। वहीं, मोदी जी ने संसद से महात्मा गांधी, डॉ. अंबेडकर और शिवाजी महाराज की प्रतिमा हटाकर उनका अपमान किया। हम लोग पूरी दिल्ली में मुहिम चलाकर भाजपा और आरएसएस को बेनकाब करेंगे और रानी लक्ष्मीबाई की प्रतिमा को हटाने नहीं देंगे।

बुधवार को आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने पार्टी मुख्यालय में प्रेसवार्ता कर कहा कि भाजपा ने अपना चरित्र नहीं बदला है। इसी चरित्र के चलते भाजपा और उनके पुरखे देश के लिए मर-मिटने वाले शहीदों का बार-बार अपमान करते हैं। भाजपाई 1857 की शहादत का अपमान करते हैं। भाजपा के लोग बार-बार वही चरित्र दिखाते हैं, जो इनके पुरखों ने आजादी के आंदोलन में दिखाए थे। आजादी के आंदोलन में भाजपा वालों के पुरखों ने अंग्रेजों का साथ दिया था, स्वतंत्रता सेनानियों की जासूसी की और उनके खिलाफ काम किया था। आज वही काम देश की राजधानी दिल्ली में भाजपा करने जा रही है।

संजय सिंह ने कहा कि विरांगना झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की एक मूर्ति आरएसएस मुख्यालय के सामने लगी हुई है। आरएसएस और भाजपा को बर्दाश्त नहीं है कि देश के लिए कुर्बानी देने वाली रानी लक्ष्मीबाई की मूर्ति कैसे लगी हुई है। भाजपा के लोग कुचक्र रचकर लक्ष्मीबाई की मूर्ति को आरएसएस मुख्यालय के पास से हटाने का प्रयास कर रहे हैं। भाजपा को आगाह करना चाहता हूं कि देशभक्तों का अपमान देशद्रोह और देश के साथ गद्दारी है। भाजपा की गद्दारी का इतिहास पूरा देश जाना है। आरएसएस ने 53 साल तक अपने मुख्यालय पर भारतीय तिरंगा नहीं फहराया। जिन लोगों ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया, उनके खिलाफ अदालत में 12 साल तक लड़ाई लड़ी। ये लोग तिरंगे को अपना झंडा नहीं मानते हैं।

संजय सिंह ने कहा कि संसद के अंदर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, बाबा साहब डॉ. अंबेडकर, छत्रपति शिवाजी महाराज की जहां प्रतिमा लगी थी, उसे देखने और नमन करने के लिए पूरे देश के लोग आते थे। लेकिन इन्होंने वहां से इन महापुरुषों की प्रतिमाएं हटा दी। भाजपा की केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद के अंदर भी महात्मा गांधी, बाबा साहब डॉ. अंबेडकर, छत्रपति शिवाजी महाराज का अपमान किया। अब दिल्ली में 1857 की योद्धा झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की प्रतिमा हटाने जा रहे हैं। हरियाणा के चुनाव में भी हम लोग इस मुद्दे को जगह-जगह बताएंगे कि देशभक्तों का अपमान देशद्रोह है और यह देशद्रोह दिल्ली के अंदर भाजपा खुलेआम करने जा रही है।

लक्ष्मीबाई की प्रतिमा को हटाने नहीं देंगे। इन्होंने हमारे स्वतंत्रता सेनानियों और देश के साथ गद्दारी की। आजादी मिल गई तो 53 साल तक आरएसएस मुख्यालय पर तिरंगा न फहरा कर देश के साथ गद्दारी की। फिर संसद के अंदर से हमारे महापुरुषों की प्रतिमाएं हटा दी और अब दिल्ली में रानी लक्ष्मीबाई की प्रतिमा हटाने जा रहे हैं। भाजपा देश के लोगों को बताएगी कि हम लोग किसकी प्रतिमा लगाएं। क्या हम उन गद्दारों की प्रतिमा लगाएं, जिन्होंने देश के साथ गद्दारी की।

अगर आरएसएस मुख्यालय के सामने से रानी लक्ष्मीबाई की प्रतिमा हटाई गई तो पूरी दिल्ली में भाजपा को बेनकाब करेंगे। साथ ही हरियाणा में भी इस मुद्दे को जन-जन तक पहुंचाएंगे। भाजपा का यह कृत्य अक्षम अपराध और देशद्रोह है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *