दिल्ली में गर्मी से पहले बिजली कटौती को लेकर भाजपा-आप में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी
बिजली कटौती
नई दिल्ली में बिजली और पानी को लेकर वर्षों से राजनीति होती रही है। इसबार भी गर्मी शुरू होने के साथ ही बिजली को लेकर राजनीतिक संग्राम शुरू हो गया है। विधानसभाचुनाव से पहले तक भाजपा इन मुद्दों को लेकर आम आदमी पार्टी की सरकार को कठघरे में खड़ाकरती थी।सत्ता परिवर्तन के बाद अब आप नेता भाजपा सरकार को निशाने पर ले रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद
केजरीवाल व आतिशी सहित अन्य आप नेता भाजपा के सत्ता में आने के बाद दिल्ली में बिजलीकटौती होने का आरोप लगा रहे हैं।
इनके आरोप पर दिल्ली सरकार के ऊर्जा मंत्री आशीष सूद नेपलटवार किया है। उन्होंने आंकड़ों के साथ आप सरकार में बिजली कटौती की सच्चाई उजागर करकेजरीवाल पर झूठ फैलाने का आरोप जड़ दिया है। दोनों तरफ से आरोप- प्रत्यारोप से स्पष्ट है किआने वाले दिनों में इसे लेकर राजनीतिक लड़ाई बढ़ेगी, क्योंकि बिजली का टैरिफ भी घोषित होनेवाला है।सोच समझकर बोलना होगानेता को बोलने का मौका चाहिए। वह किसी भी विषय पर बोलकर चर्चा में रहना चाहते हैं। सत्ता मेंआने के बाद से भाजपा नेता अधिक उत्साहित हैं।

वह बढ़ चढ़कर किसी भी मुद्दे पर बयानबाजी कररहे हैं। कई बार उनके बड़बोलेपन की वजह से पार्टी को परेशानी और शर्मिंदगी का सामना करनापड़ता है। इसे देखते हुए पार्टी नेतृत्व ने बयानवीर नेताओं पर अंकुश लगाने का निर्णय लिया है।बिना अनुमति बयान जारी नहीं करने के निर्देशबिना अनुमति कोई भी नेता मीडिया में बयान जारी नहीं करेगा। सिर्फ पार्टी के प्रवक्ता और वरिष्ठनेता मीडिया में अपनी बात रखेंगे। अन्य को मीडिया में जाने से पहले प्रदेश पार्टी नेतृत्व से अनुमतिलेनी होगी। इससे कई नेता परेशान हैं। उन्हें लग रहा है कि इस तरह की पाबंदी अनुचित है। उनकीपरेशानी का कारण समझ में आता है
क्योंकि इससे उन्हें अपने प्रचार का मौका नहीं मिलेगा। अबदेखना है कि नेता इस पाबंदी को कितना मानते हैं।