किसानों ने खून से पीएम मोदी को लिखी चिट्ठी
ग्रेटर नोएडा स्थित एनटीपीसी पर पीड़ित किसानों द्वारा लगातार 313 दिनों से धरना प्रदर्शन जारी
मांगें पूरी न होने से गुस्साए किसानों ने अपने खून से प्रधानमंत्री
नरेंद्र मोदी और विपक्षी पार्टी के अखिलेश यादव और राहुल गांधी को चिट्ठी लिखकर न्याय की मांग की
है। किसानों ने ऐलान किया कि अगर जल्द ही किसाने की समस्याओं का निवारण नहीं किया गया तो
24 गांवों के किसान एकत्र होकर जोरदार प्रदर्शन करेंगे। अगर इस दौरान किसी को कुछ होता है तो
उसकी जिम्मेदार सरकार और एनटीपीसी होगी।
ग्रेटर नोएडा स्थित एनटीपीसी पर भारतीय किसान परिषद
दरअसल, ग्रेटर नोएडा स्थित एनटीपीसी पर भारतीय किसान परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखबीर खलीफा
के नेतृत्व में सैकड़ों किसानों द्वारा अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। धरना प्रदर्शन
को चलते तकरीबन 11 माह हो चुके हैं, लेकिन अभी तक किसानों की समस्याओं का कोई भी निवारण
नहीं हो पाया है। सरकार और क्षेत्र के नेता आंख बंद कर गहरी नींद में सोए हुए हैं। कार्रवाई न होने से
परेशान किसानों ने रविवार को अपना खून निकलाकर देश के नेताओं के लिए पत्र लिखा। किसानों को
कहना है कि शायद इससे सरकार की आंखें खुल जाए।
किसान पंकज खारी ने बताया कि एनटीपीसी (नेशनल थर्मल पावर कॉरपोरेशन) के लिए सरकार द्वारा
24 गांव की जमीन ली गई थी। जिसके लिए गांव के भोले भाले किसानों का फायदा उठाते हुए सभी को
सामान्य मुआवजा नहीं दिया गया। ना ही पहले तय की गई मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई गई है।
एनटीपीसी द्वारा 2200 किसानो की जमीन ली गई थी, जिसमें से सिर्फ 182 लोगों को ही रोजगार दिया
गया है। वहीं दूसरी तरफ एनटीपीसी से आसपास के गांव का पानी दूषित हो रहा है जिससे कैंसर जैसी
भयानक बीमारी उत्पन्न हो रही है। गांवों में कैंसर के मरीज बढ़ते ही जा रहे हैं। बार-बार शिकायत करने
पर भी मामले में कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
क्षेत्र में बड़े नेताओं के होते हुए भी किसने की हालत बद से बदतर
जिससे गुस्साए किसानों ने आज अपने खून से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और
विपक्षी पार्टी के नेता अखिलेश यादव और राहुल गांधी को पत्र लिखा। जब किसानों की बात आती है तो
नेता आंख बंद कर बैठ जाते हैं। भाजपा सरकार में किसानों की दुर्दशा होती जा रही है। रविवार को धरने
का संचालन मनविंदर भाटी ने किया।
इस दौरान मुख्य रूप से पंकज खारी, अनूप राघव, प्रदीप नागर,
गोपाल शर्मा, सतीश, जसराम सिंह, जितेंद्र राणा, संकेत नागर सहित सैकड़ों किसान उपस्थित रहे।