केजरीवाल का झीलों का शहर,छात्रों की मौत पर भड़के अनुराग ठाकुर
मौत का कोचिंग सेंटर
दिल्ली के राजेंद्र नगर में एक कोचिंग सेंटर में डूबने से सिविलसेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे तीन अभ्यर्थियों की शनिवार रात को मौत हो गई थी। जिसके बादपूर्व केंद्रीय मंत्री और हिमाचल प्रदेश की हमीरपुर सीट से सांसद अनुराग ठाकुर ने इस मामले कोलेकर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि देश की राजधानी में 3 होनहार नौजवान बच्चे बेसमेंट में डूबजाते हैं, आप ने दिल्ली का क्या हाल बना दिया है। उन्होंने पूछा कि क्या यही है केजरीवाल काझीलों का शहर?
एक प्रेस वार्ता के दौरान अनुराग ठाकुर ने कहा,दिल्ली की क्या हालत कर दी है इन्होंने, झीलों काशहर बनाना था इन्हें दिल्ली को, देश की राजधानी में 3 होनहार नौजवान बच्चे, हमारे युवा साथीएक बेसमेंट में डूबकर मर जाते हैं, ये अरविंद केजरीवाल का मॉडल है, ये आम आदमी पार्टी कामॉडल है। किस स्थिति में लाकर खड़ा कर दिया है इन्होंने दिल्ली को। उन परिवारों से पूछो जिन्होंनेअपने नौजवान बच्चों को खोया है, क्या बीत रही होगी उनके ऊपर। उनके उज्ज्वल भविष्य के लिएकोचिंग सेंटर्स भेज रहे थे,
क्या पता था वो बेसमेंट उनको निगल जाएगी। ये है उनका झीलों काशहर।
ये किस तरह की राजनीति है।बता दें कि इस घटना को लेकर दिल्ली में राजनीति गर्मा गई है। जहां एक तरफ UPSC परीक्षा कीतैयारी कर रहे छात्र इस घटना को लेकर विरोध प्रदर्शन करते हुए इस मामले में जवाबदेही तय करनेकी मांग कर रहे हैं। तो वहीं दूसरी तरफ राजनीतिक दल भी एक-दूसरे पर जमकर आरोप प्रत्यारोपलगा रहे हैं।
उधर पुलिस ने इस घटना की जांच करने के लिए एक एफआईआर दर्ज करते हुए कई टीमें बनाई हैं,साथ ही पुलिस ने ‘राव आईएएस स्टडी सर्किल’ के मालिक अभिषेक गुप्ता और समन्वयक देशपालसिंह को हिरासत में लिया है और उन पर गैर इरादतन हत्या समेत अन्य आरोपों के तहत मामलादर्ज किया है।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, पूरी घटना की जांच के लिए कई टीम गठित की गई है। हमनेदिल्ली दमकल सेवा से उस इमारत और बेसमेंट के बारे में रिपोर्ट उपलब्ध कराने के लिए कहा है,जिसका उपयोग एक लायब्रेरी के रूप में किया जा रहा था, लेकिन दस्तावेजों में उसे स्टोर रूम बतायागया था।
उन्होंने बताया कि बेसमेंट जमीन के स्तर से आठ फुट नीचे था और शनिवार शाम को उसमें 18 सेज्यादा छात्र मौजूद थे, जब भारी बारिश के बाद उसमें पानी भर गया था। पुलिस विभाग में सूत्रों केअनुसार, बेसमेंट का प्रवेश द्वार बंद था, लेकिन बारिश के पानी के अत्यधिक बहाव के कारण यहक्षतिग्रस्त हो गया और पानी उसमें घुस गया।