नमो भारत और दिल्ली मेट्रो में एमओयू, ‘वन इंडिया, वन टिकट’ से आसान होगा सफर
वन इंडिया, वन टिकट
नमो भारत ट्रेन और दिल्ली मेट्रो में यात्रा करने वालोंके लिए एक अच्छी खबर है। अब, आरआरटीएस कनेक्ट ऐप के माध्यम से नमो भारत ट्रेन टिकटबुक करने वाले यात्री दिल्ली मेट्रो का टिकट भी बुक कर सकते हैं। इसी तरह, डीएमआरसी मोबाइलऐप के माध्यम से दिल्ली मेट्रो टिकट बुक करने वाले यात्री भी नमो भारत ट्रेन का टिकट बुक करसकते हैं।डीएमआरसी और एनसीआरटीसी टिकटिंग सिस्टम के एकीकरण से एनसीआरटीसी मोबाइल ऐप परएक यूनिक दिल्ली मेट्रो क्यूआर कोड और इसी तरह, डीएमआरसी मोबाइल ऐप पर एक नमो भारत
क्यूआर कोड तैयार किया जा सकेगा।
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) औरदिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) ने अपनी टिकटिंग प्रणालियों को एकीकृत करने के लिएबुधवार को एमओयू साइन किया। इससे दिल्ली-एनसीआर के निवासियों को बिना किसी परेशानी केदोनों जगहों पर यात्रा की सुविधा मिलेगी।यह सहयोग ‘वन इंडिया, वन टिकट’ पहल के अनुरूप है, जिससे यात्रियों को एक ही प्लेटफॉर्म परनमो भारत और दिल्ली मेट्रो के लिए क्यूआर कोड टिकट बुक करने की सुविधा मिलेगी।एनसीआरटीसी के प्रबंध निदेशक शलभ गोयल और डीएमआरसी के प्रबंध निदेशक डॉ. विकास कुमारकी उपस्थिति में एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए।
इस समझौते के बाद आरआरटीएस कनेक्ट ऐप सेनमो भारत ट्रेन टिकट बुक करने वाले यात्री दिल्ली मेट्रो टिकट भी खरीद सकते हैं। इसी तरह, मेट्रोटिकट बुक करने के लिए डीएमआरसी मोबाइल ऐप से नमो भारत ट्रेन टिकट भी लिया जा सकता है।यह पहल पीएम राष्ट्रीय गति शक्ति मास्टर प्लान के तहत है। इस समझौते के होने सेएनसीआरटीसी और डीएमआरसी नेटवर्क के बीच ट्रांजिशन करते समय विभिन्न टिकटिंग ऐप्स केबीच स्विच करने की आवश्यकता समाप्त होगी।वर्तमान में संचालित 42 किलोमीटर आरआरटीएस कॉरिडोर 393 किलोमीटर डीएमआरसी नेटवर्क सेबिना रुकावट के जुड़ा है। यह पहल आईआरसीटीसी प्लेटफॉर्म पर नमो भारत टिकट बुकिंग के लिएएनसीआरटीसी और आईआरसीटीसी के बीच हाल ही में हुए इसी तरह के समझौते के बाद की गई है।
180 किमी प्रतिघंटा की डिजाइन गति और 160 किमी प्रतिघंटा तक की परिचालन गति वाली नमोभारत ट्रेन इस क्षेत्र में यात्रा समय को एक तिहाई तक कम करती है। दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ के 82किलोमीटर लंबे आरआरटीएस कॉरिडोर पर जून 2025 तक नमो भारत ट्रेन की सेवाएं संचालित करनेका लक्ष्य निर्धारित है, जिससे एक घंटे से भी कम समय में लोग दिल्ली और मेरठ के बीच सफरकर सकेंगे।