दिल्ली

गणतंत्र दिवस पर ‘संविधान के 75 साल’ की झलक, पहली बार प्रलय मिसाइल का भी प्रदर्शन

गणतंत्र दिवस

नई दिल्ली, इस वर्ष गणतंत्र दिवस समारोह में ‘संविधान के 75 साल’ कीझलक देखने को मिलेगी। कर्तव्य पथ पर आयोजित होने वाले मुख्य कार्यक्रम में ‘संविधान के 75वर्ष’ थीम पर दो विशेष झांकियां शामिल की गई हैं। समारोह के अंत में छोड़े जाने वाले सैकड़ोंगुब्बारों पर भी संविधान से जुड़ी यह थीम लिखी होगी।इस वर्ष पहली बार ‘प्रलय मिसाइल’ को गणतंत्र दिवस परेड में शामिल किया जा रहा है। भारत मेंबनी ‘प्रलय’ एक आधुनिक और बेहद घातक मिसाइल है।

इस मिसाइल को डीआरडीओ ने विकसितकिया है। यह सतह से सतह पर मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल है।केंद्रीय रक्षा सचिव आरके सिंह के मुताबिक इस वर्ष 26 जनवरी की परेड में‘स्वदेशी’ पर विशेष जोरदिया जा रहा है। रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह ने बताया कि गणतंत्र दिवस परेड की शुरुआतभारतीय वाद्य यंत्रों से होगी। 30-कलाकार विभिन्न प्रकार के भारतीय वाद्य यंत्रों के साथ 26जनवरी की परेड की शुरुआत करेंगे। ये कलाकार भारत के प्राचीन वाद्य यंत्रों के माध्यम से भारतीयसंस्कृति और संगीत की प्रस्तुति देंगे।

26 जनवरी को कर्तव्य पथ पर आयोजित समारोह में इस बार कुल 31 झांकियां होंगी, जिनमें से 16झांकियां विभिन्न राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों की होंगी। झारखंड के कलाकारों द्वारा मुख्य सलामी
मंच के सामने राष्ट्रगान गाया जाएगा। संविधान के 75 वर्ष पूरे होने पर इस बार विभिन्नप्रतियोगिताएं व गतिविधियां आयोजित की गई हैं। गणतंत्र दिवस समारोह में भी संविधान के 75 वर्ष
पूरे होने से जुड़े आयोजन रखे गए हैं।गणतंत्र दिवस समारोह की मुख्य थीम ‘स्वर्णिम भारत: विरासत और विकास’ है। गणतंत्र दिवस परेडमें अत्याधुनिक हथियार, मिसाइल सिस्टम, टैंक, आधुनिक कम्युनिकेशन संयंत्र व विशेष वाहनशामिल हैं। इनमें नाग मिसाइल सिस्टम, टी-9-भीष्म टैंक, सारथ टैंक, ब्रह्मोस मोबाइल लॉन्चर,चेतक ऑल टेरेन वाहन, बजरंग लाइट स्पेशलिस्ट वाहन, अग्निबाण मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर कर्तव्यपथ पर नजर आएंगे।

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