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महाकुंभ के आयोजन में आने वाले श्रद्धालुओं को तमाम सुविधाओं का लाभ देने के लिए सीएम योगी के विजन अनुसार प्रक्रिया को किया जा रहा क्रियान्वित

महाकुंभ

उत्तर प्रदेश को ‘उत्तम प्रदेश’ बनाने के लिए कृत संकल्प योगी सरकार ने महाकुंभ-2025 के आयोजन को लेकर जारी तैयारियों को गति प्रदान कर दी है।

12 वर्षों की समयावधि पर लगने वाले महाकुंभ मेले का आयोजन इस बार प्रयागराज में हो रहा है। 13 जनवरी 2025 से शुरू हो रहे महाकुंभ में करोड़ों भक्तों का अपार जनसमूह एकत्रित होगा जो यहां गंगा-यमुना-सरस्वती के त्रिवेणी संगम में पवित्र डुबकी लगाने आएंगे। ऐसे में, यहां आने वाले भक्तों, श्रद्धालुओं और आगंतुकों की सुविधाओं का ध्यान रखने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का सहारा लिया जाएगा। इस क्रम में, सीएम योगी के विजन अनुसार एक विस्तृत कार्ययोजना का निर्माण किया गया था जिसको क्रियान्वित करते हुए योगी सरकार महाकुंभ मेला-2025 के दृष्टिगत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बेस्ड जेन-एआई चैटबॉट के निर्माण की तैयारियां शुरू कर दी हैं। जेन एआई चैटबॉट के जरिए उन्हें अपनी ही भाषा में ट्रांसपोर्टेशन, अकॉमोडेशन, स्मार्ट पार्किंग सॉल्यूशन, रियल टाइम वेदर अपडेट्स व फोरकास्ट, खोया-पाया तथा इमर्जेंसी व कुंभ मेला हेल्पलाइन सर्विसेस की एक्सेस के लिए ‘वन स्टॉप सॉल्यूशन’ उपलब्ध होगा।

महाकुंभ मेले के लिए वेबसाइट, मोबाइल ऐप व चैटबॉट का होगा विकास

सीएम योगी के विजन अनुसार, महाकुंभ मेला-2025 के दृष्टिगत वेबसाइट/मोबाइल ऐप के निर्माण तथा इसे जेन-एआई चैटबॉट इनेबल्ड बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इन प्लैटफॉर्म्स को यूजर फ्रेंडली व इंटरैक्टिव बनाकर आकर्षक डिजिटल अनुभव प्रदान करने पर जोर दिया जा रहा है और इसी कार्य को पूरा करने का जिम्मा उत्तर प्रदेश डेवलपमेंट सिस्टम्स कॉर्पोरेशन लिमिटेड (यूपीडेस्को) को सौंपा गया है। यूपीडेस्को ने इस पर कार्य करना शुरू कर दिया है तथा 6 माह के भीतर इन सभी टेक्नोलॉजिकल अपडेशन व डेवलपमेंट कार्यों को पूर्ण कर लिया जाएगा। इन कार्यों को पूर्ण करने के लिए यूपीडेस्को द्वारा अपने यहां इंपैनल्ड कंपनियों में से सर्विस प्रोवाइडर एजेंसी का चयन कर उसे कार्य आवंटित किया जाएगा।

‘जेन-एआई चैटबॉट’ के विकास में एडवांस्ड लर्निंक निभाएंगी मुख्य भूमिका

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस युक्त चैटबॉट का विकास कई अहम प्रक्रियाओं की पूर्ति के जरिए होता है। एडवांस्ड लर्निंग इसका एक महत्वपूर्ण हिस्सा है जिसे डाटा कलेक्शन, डाटा एनालिसिस और कमांड कोडिंग जैसी प्रक्रियाओं के जरिए पूर्ण किया जाता है। इस क्रम में, सॉफ्टवेयर रिक्वायर स्पेसिफिकेशंस (एसआरएस) के आधार पर सॉफ्टवेयर डिजाइन स्पेसिफिकेशंस (एसडीएस) को डेवलप किया जाएगा। चैटबॉट सॉल्यूशन के विकास के लिए बॉट ट्रेनिंग, यूजर एक्सेप्टेंस ट्रेनिंग (यूएटी), साइबर सिक्योरिटी एनहांसमेंट, गो लाइव फेज सिस्टम के विकास के साथ ही कॉन्टिन्यूअस ऑपरेशन व मेंटिनेंस ट्रेनिंग जैसी प्रक्रिया से लैस किया जाएगा। इन सारी प्रक्रियाओं से लैस होने के बाद चैटबॉट को लॉन्च किया जाएगा।

‘वन स्टॉप सॉल्यूश’ की तरह काम करेगा चैटबॉट

जेन-एआई चैटबॉट का विकास कुछ इस प्रकार से होगा कि यह इंटरैक्टिव होने के साथ ही वन स्टॉप सॉल्यूशन की तरह कार्य करेगा। महाकुंभ में आने वाले लोगों को यह हिंदी-इंग्लिश के साथ विभिन्न क्षेत्रीय भाषाओं में उनकी जरूरतों के अनुसार सॉल्यूशंस प्रोवाइड करने में सक्षम होगा। वह यात्रा योजना, आवास विकल्प और सुरक्षा प्रोटोकॉल की जानकारी देने के साथ ही स्थानीय परिवहन, पवित्र स्नान के समय, सांस्कृतिक कार्यक्रमों और आपातकालीन प्रक्रियाओं के बारे में जानकारी देकर उपयोगकर्ताओं का मार्गदर्शन करेगा। इसके अतिरिक्त, वह परिवारों, वरिष्ठ नागरिकों और अन्य विशेष जरूरतों के लिए व्यक्तिगत सहायता प्रदान करेगा। महाकुंभ मेले से संबंधित जानकारी प्रदान करने के लिए जेन-एआई चैटबॉट को व्हाट्स ऐप के साथ सहजता से एकीकृत किया जाएगा जोकि 24×7 उपलब्ध रहेगा और उनकी शंकाओं का समाधान करेगा।

जेन-एआई चैटबॉट उपयोगकर्ता डेटा गोपनीयता सुनिश्चित करेगा और प्रासंगिक डेटा सुरक्षा विनियमों का अनुपालन करेगा।

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