महाशिवरात्रि के लिए उत्तर प्रदेश सरकार पूर्ण रूप से तैयार
महाशिवरात्रि
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में महाकुंभ का भव्यआयोजन करते वाली उत्तर प्रदेश सरकार अब महाशिवरात्रि के लिए पूर्ण रूप से तैयार है। प्रदेशसरकार के मंत्रियों ने महाशिवरात्रि को लेकर अपने विभागों के उच्च अधिकारियों को तमाम आवश्यकदिशा निर्देश दिये हैं। इसमें महाशिवरात्रि के दिन विद्युत व्यवस्था को सुदृढ़ रखने, प्रयागराज सहितप्रदेशभर से वाराणसी में श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर दर्शनार्थ 12 सौ अतिरिक्त बसें चलाने, बड़ेशिवालयों के आसपास पर्याप्त स्वच्छता व सुरक्षा व्यवस्था रखने को लेकर संबंधित अधिकारियों कोदिशा निर्देश मिले हैं।
बता दें कि महाकुंभ के अंतिम पुण्य स्नान की तिथि महाशिवरात्रि ही है। महाशिवरात्रि पर प्रयागराजमें स्नान कर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का वाराणसी में श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन पूजन एवं
गंगा घाटों पर तीर्थाटन करने को पहुंचना होगा। प्रयागराज से वाराणसी तक के प्रमुख मार्गो कोगड्ढ़ामुक्त रखने के लिए लोक निर्माण विभाग के मुख्याालय से निरंतर प्रयास जारी हैं। प्रमुख मार्गो
के किनारे लगे विद्युत पोल से समुचित प्रकाश व्यवस्था को प्रतिदिन जांचा जा रहा है।

पोल सेपर्याप्त रोशनी नहीं मिलने पर तत्काल ही एलईडी बल्ब बदले भी जा रहे हैं।प्रदेश के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में भव्यमहाकुंभ का आयोजन को पूरी दुनिया ने देखा है। इस आयोजन में महाशिवरात्रि का विशेष महत्व है।जिसके लिए हमारी सरकार ने आवश्यक व्यवस्थाएं की है। वहीं परिवहन विभाग की ओर सेमहाशिवरात्रि स्नान एवं दर्शनार्थ आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए 12 सौ बसों को रिजर्वरखा गया है। संगम क्षेत्र में 750 शटल बसें भी चल रही हैं। प्रयागराज सहित आसपास के जनपदों मेंजिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन पूर्ण रूप से सक्रियता बनाये हुए हैं।उत्तर प्रदेश के ऊर्जा एवं नगर विकास मंत्री एके शर्मा ने कहा कि महाकुंभ में महाशिवरात्रि के पुण्य
स्नान के लिए हमारी सरकार की हर प्रकार की तैयारी है।
महाकुंभ क्षेत्र में 250 सेंसर युक्त वाटरएटीएम लगवाये गये है। महाकुंभ क्षेत्र में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए 37 सौ एआई पावर्ड कैमरेलगवाये गये है। नगर विकास विभाग के सफाई कर्मचारियों ने स्वच्छता कार्य में कोई कमी नहीं छोड़ीहै। प्रयाराज का महाकुंभ क्षेत्र हो, या शहरी क्षेत्र या फिर वाराणसी में श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर क्षेत्रहो, सभी को स्वच्छता से परिपूर्ण किया गया हैं।