गाजियाबाद: श्री दूधेश्वरनाथ मंदिर में चार दिवसीय गणपति लड्डू महोत्सव का शुभारंभ
श्री दूधेश्वरनाथ मंदिर
गाजियाबाद, सिद्धपीठ श्री दूधेश्वर नाथ मठ महादेव मंदिर में बुधवार सेचार दिवसीय गणेश महोत्सव की शुरुआत हो गई। गणेश चतुर्थी के पावन अवसर पर मंदिर परिसरमें भव्य आयोजन के साथ विघ्नहर्ता भगवान गणेश की प्रतिमा स्थापित की गई। श्रीमहंत नारायणगिरि ने विधि-विधान और अभिजीत मुहूर्त में गणेश प्रतिमा की स्थापना कर महोत्सव का शुभारंभकिया।
इस अवसर पर दूर-दराज़ से आए श्रद्धालुओं ने बप्पा के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त किया।पूजा-अर्चना और लड्डू का भोगपहले दिन गणेश पूजन के अंतर्गत स्वस्ति वाचन, संकल्प, गणेश-गौरी पूजन, षोडश मातृका पूजन,कलश पूजन, नवग्रह पूजन, दूर्वा पूजन, मोदक सहितविभिन्न द्रव्यों से गणेश सहस्रनाम कासहस्रार्चन किया गया। इसके साथ ही गणेश अथर्वशीर्ष, संकट नाशन गणेश स्तोत्र और गणेश पंचरत्नस्तोत्र का पाठ हुआ। भगवान गणेश को 1100 लड्डुओं का भोग अर्पित किया गया।

श्रीमहंत नारायण गिरि का संदेश
श्रीमहंत नारायण गिरि ने कहा कि गणेश चतुर्थी आशा, समृद्धि और सद्भाव का पर्व है। भगवानगणेश को नई शुरुआत का देवता, विघ्नों का हर्ता और विद्या का संरक्षक माना जाता है। श्रीदूधेश्वरनाथ मंदिर में गणेश चतुर्थी पर पूजा-अर्चना करना विशेष शुभ माना जाता है क्योंकि यहां
भक्तों को भगवान दूधेश्वर और गणपति बप्पा दोनों का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
जनप्रतिनिधि और आचार्यों की सहभागिता
सदर विधायक संजीव शर्मा ने भी मंदिर पहुंचकर गणपति बप्पा के दर्शन किए और आशीर्वाद प्राप्तकिया। भगवान गणेश की पूजा-अर्चना आचार्य लक्ष्मीकांत पाढ़ी, अमित गोस्वामी, आचार्य तोयराजउपाध्याय, आचार्य नित्यानंद, आचार्य अजय दाधीच और आचार्य किशन द्वारा कराई गई। वहीं, श्रीदूधेश्वर श्रृंगार सेवा समिति के अध्यक्ष विजय मित्तल और उनकी टीम ने भगवान गणेश का भव्यश्रृंगार किया।
आगे के कार्यक्रमों की रूपरेखा
श्रीमहंत गौरी गिरि द्वारा आयोजित इस महोत्सव में 29 अगस्त तक प्रतिदिन सुबह 10 बजे सेदोपहर 12 बजे तक पंचोपचार पूजन, पंचामृत अभिषेक और गणेश अथर्वशीर्ष से दिव्य महाभिषेकहोगा। 1008 नामों से दूर्वा अर्पित कर सहस्रार्चन किया जाएगा और 1100 लड्डुओं का भोग अर्पितकर आरती की जाएगी।28 अगस्त को रात्रि 8 बजे श्री राधा वल्लभ संकीर्तन मंडल भजन संध्या का आयोजन करेगा। 29
अगस्त की रात बंसल आर्ट ग्रुप मेरठ रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देगा, जिसमें भव्य झांकियांआकर्षण का केंद्र होंगी।
शोभायात्रा के साथ होगा समापन
30 अगस्त को भगवान गणपति को रथ पर विराजमान कर मंदिर से भव्य शोभायात्रा निकालीजाएगी। ढोल-ताशों, बैंड, डीजे और झांकियों के साथ यह शोभायात्रा पूरे शहर में भजन-कीर्तन करतेहुए निकलेगी और प्रसाद वितरण भी किया जाएगा। यात्रा का समापन श्री दूधेश्वर घाट, छोटाहरिद्वार मुरादनगर में होगा, जहां विधिवत आरती कर गणपति बप्पा को विदाई दी जाएगी।