देव दीपावली पर्व पर गंगा की महाआरती रामलला को समर्पित,साक्षी बनेंगे 70 देशों के राजदूत
बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी में देव दीवापली पर्व इस बार रामलला
को समर्पित होगी।
अयोध्या में रामलला के विराजने से पहले काशीपुराधिपति की नगरी काशी राममय
होगी। दशाश्वमेधघाट पर सांयकालीन विश्व प्रसिद्ध गंगा आरती कराने वाली संस्था गंगा सेवा निधि ने
इसके लिए पूरी तैयारी की है।
निधि के अध्यक्ष सुशांत मिश्र ने शनिवार को पत्रकारों को बताया कि माँ गंगा को स्वच्छ एवं निर्मल
बनाने, पर्यावरण व जल संरक्षण के लिए देव दीपावली महोत्सव में देश-विदेश से आये हुए लाखों
श्रद्धालुओं व पर्यटकों को संकल्प भी दिलाया जायेगा। उन्होंने बताया कि पर्व पर माँ गंगा की महाआरती
में नारी शक्ति की एक अदभुत तस्वीर भी देखने को मिलेगी। इस वर्ष अयोध्या के भव्य मंदिर में
रामलला के विराजने से पहले 51 देव कन्याएं मां गंगा की आरती उतार कर काशी की विश्व प्रसिद्ध देव
दीपावली महोत्सव का आगाज करेंगी।
निधि के संस्थापक स्मृतिशेष प. सत्येन्द्र मिश्र को पुष्पाजलि अर्पित करेन के बाद घाट पर गणपति
वंदना व देश-भक्ति से भरे गीतों की प्रस्तुति की जायेगी। निधि द्वारा बनाये गए अमर जवान ज्योति
जिसकी अनुकृति भव्य रूप से (8/12) पर संस्था की तरफ से रिथ लेईग की जायगी। तत्पश्चात 39
जी.टी.सी, वाराणसी, एयर ऑफिसर कमॉडिंग, 4 वायु सेना प्रवरण बोर्ड, वाराणसी, सी.आर.पी.एफ. और
11वीं वाहिनी, एन. डी. आर एफ, वाराणसी एवं वाराणसी पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी द्वारा रिथ लेइंग
किया जायेगा। इसके बाद 39 जीटीसी के जवान गार्ड ऑफ ऑनर देंगे।
सुशांत मिश्र ने बताया कि वर्ष 1999 कारगिल युद्ध विजय के उपलक्ष्य में संस्था ने अमर शहीदों के
पुण्य स्मृति में आकाशदीप संकल्प का विस्तारीकरण एवं राष्ट्रीय रूप दिया था। राष्ट्रवाद को समर्पित
भव्य देव दीपावली महोत्सव के साथ ही आकाशदीप का समापन भी किया जायेगा। कार्यक्रम में जिन
शहीदों के नाम पर पूरे माह आकाश दीप जलाया गया। उनके परिजनों को महोत्सव में सहायतार्थ
धनराशि एक लाख रूपये निधि परिवार की ओर से दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रो. चन्द्रमौली
उपाध्याय, पं. श्रीधर पाण्डेय व निधि के प्रमुख अर्चक आचार्य रणधीर के नेतृत्व में 21 ब्राह्मण भगवती
माँ गंगा का वैदिक रीति से पूजन करेंगे। राम जनम योगी के शंखनाद, निधि के 21 ब्राह्मणों, दुर्गा चरण
इण्टर कालेज की 42 कन्याओं जो रिद्धि-सिद्धि के रूप में ब्राह्मणों के साथ होंगी तथा श्री काशी
विश्वनाथ डमरु दल के 10 स्वयं सेवकों के वादन से माँ भगवती की भव्य महाआरती आरम्भ होगी। घाट
पर एक लाख दीया भी जलाया जायेगा। लाखों श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की दिक्कत न हो, इसके लिए
सुरक्षा की दृष्टि से संस्था ने घाट पर 24 सी.सी.टी.वी. कैमरे भी लगाये है। सहयोग की दृष्टि से भारत
सेवा श्रम संघ के 100 स्वयं सेवक व गंगा सेवा निधि के 100 वालेन्टियर्स उपस्थित रहेगें। घाट पर
चिकित्सकों की टीम व एम्बुलेन्स की भी व्यवस्था की गयी हैं।
देव दीपावली में 70 देशों के राजदूत भी शामिल होंगे
देव दीपावली पर्व में इस बार 70 देशों के राजदूत भी शामिल हो रहे है। इनके साथ ही 150 विदेशी
डेलीगेट्स भी देव दीपावली की छटा निहारेंगे। जिला प्रशासन की ओर से इसकी तैयारी शुरू हो गई है।
पर्यटन विभाग के अफसरों के अनुसार विदेशी मेहमानों के स्वागत में एयरपोर्ट पर सांस्कृतिक कार्यक्रम
होंगे। लोक कलाकार शहर के विभिन्न स्थानों पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति करेंगे। बाबतपुर
एयरपोर्ट से लेकर नदेसर और कैंटोनमेंट स्थित होटल और नमो घाट के साथ शहर के सभी सार्वजनिक
चौक चौराहों को बिजली के सतरंगी झालरों से सजाया जाएगा। विदेशी मेहमानों को क्रूज से देव दीपावली
और गंगा पार होने वाली आतिशबाजी का दृष्य दिखाया जाएगा। सुरक्षा के नजरिए से भी बड़ी तैयारी की
गई है।
अस्सी घाट से लेकर नमो घाट तक भीड़ प्रबंधन के लिए 20 वॉच टावर बने है। प्रत्येक वॉच
टावर पर दो-दो आरक्षी वायरलेस सेट, ड्रैगन लाइट और पीए सिस्टम से लैस रहेंगे। अस्सी, दशाश्वमेध,
नमो घाट सहित सात प्रमुख घाटों पर बनाए गए वॉच टावर पर दो-दो सिपाहियों के साथ एक-एक दरोगा
भी तैनात रहेंगे।
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