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आंगनवाड़ियों को बेहतर बनाने के क्रम में महिला एवं बाल विकास मंत्री आतिशी ने आंगनवाड़ी वर्कर्स व हेल्पर्स के साथ की चर्चा

महिला एवं बाल विकास मंत्री आतिशी ने आंगनवाड़ी वर्कर्स व हेल्पर्स के साथ की चर्चा

दिल्ली की आंगनवाड़ियों को बेहतर बनाने और इनकी कार्यशैलियों को समझने के लिए महिला एवं बाल विकास मंत्री आतिशी ने पटपड़गंज प्रोजेक्ट की आंगनवाड़ियों की कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं के साथ चर्चा की व उनके सुझाव लिए। मंत्री आतिशी ने कहा कि, आप सभी के सुझाव केजरीवाल सरकार की आंगनवाड़ियों को शानदार बनाने की दिशा में बेहद महत्वपूर्ण है।

उन्होंने कहा कि,गर्भवती माताओं को जागरूक करना हो या बच्चों को बेहतर पोषण और अच्छी शिक्षा देना हो, केजरीवाल सरकार की आंगनवाड़ियाँ हर क्षेत्र में शानदार काम कर रही है। यहाँ बचपन को बेहतर पोषण देने के साथ अब हमारी आंगनवाड़ी वर्कर्स व हेल्पर्स अभिभावकों को पैरेंटिंग के गुर भी सीखा रही है। मोबाइल की लत को दूर करना हो या एकाग्रता बढ़ाना बच्चों के विकास के हर पहलुओं पर पैरेंट्स केजरीवाल सरकार की आंगनवाड़ियों पर भरोसा कर रहे है। ऐसे में केजरीवाल सरकार की ओर से आंगनवाड़ी वर्कर्स-हेल्पर्स को भरोसा है कि हमारे लिए आंगनवाड़ियाँ भी स्कूल जितने ही महत्वपूर्ण है और हम इनमें कभी भी सुविधाओं की कोई कमी नहीं होंगे देंगे।

मंत्री से साझा करते हुए आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने कहा-आंगनवाड़ी में आ रहे हर बच्चों को अच्छी शिक्षा और बेहतर पोषण मिल सके इस दिशा में समय समय पर हम पैरेंट्स के साथ बातचीत करते है। उन्होंने साझा किया कि कैसे वो ‘महिला मंडल’ जैसी अनूठी शुरुआत के साथ गर्भवती माताओं की परेशानियों को दूर कर उनमें जागरूकता फैला रही है। एक आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ने कहा- सरकार बेहतर सुविधाएँ दे रही है तो हम बेहतर ढंग से बच्चों को पढ़ा पा रहे है, मुझे गर्व की मैं दिल्ली की आंगनवाड़ी वर्कर हूँ।

इस मौक़े पर डब्ल्यूसीडी मंत्री आतिशी ने कहा कि, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की सकारात्मकता और ऊर्जा देखकर बहुत अच्छा लगता है। हमें गर्व है कि दिल्ली में हमारे पास आंगनवाड़ी वर्कर्स व हेल्पर्स की इतनी शानदार टीम है बहुत मेहनत करती है और बचपन को संवारने का काम कर रही है।

उन्होंने वर्कर्स व हेल्पर्स को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि, आंगनवाड़ियों में काम करना सौभाग्य की बात है। ज़रूरत के समय में यहाँ काम करते हुए आप लाखों परिवारों को संवारने उनकी मदद करने का काम करते है। गर्भावस्था के दौरान अपनी ज़िंदगी के इतने अहम समय में हज़ारों महिलाएँ केजरीवाल सरकार की आंगनवाड़ियाँ और हमारी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं पर भरोसा दिखा रही है, उन्हें उम्मीद भरी नज़रों से देखती है कि कैसे वो उन्हें गाइड कर सकती है, ये हमारे लिए गर्व की बात है।

आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने कहा-आंगनवाड़ी में आ रहे हर बच्चों को अच्छी शिक्षा और बेहतर पोषण मिल सके इस दिशा में समय समय पर पैरेंट्स के साथ करते है बातचीत

डब्ल्यूसीडी मंत्री ने कहा कि, हमारी आंगनवाड़ियों में जो बच्चे आ रहे है और जिस उम्र में आ रहे है वो उनके सीखने और मानसिक विकास का सबसे महत्वपूर्ण समय होता है। अगर 5 साल की उम्र तक हम उन्हें बेहतर लर्निंग देने में कामयाब रहे तो आगे ज़िंदगी में वो ज़रूर सफल होंगे क्योंकि उनकी बुनियाद मज़बूत होगी। ऐसे में हमारी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण हो जाती है क्योंकि उस दौरान वो बच्चे उनसे जो सीख रहे है वो आगे उनकी ज़िंदगी में बहुत काम आने वाला है।

उन्होंने कहा कि, हमारी सरकार ने अपनी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं पर भरोसा दिखाया और पैरेंट्स भी भरोसा दिखा रहे है। लेकिन मैं आप सभी को सरकार की तरफ़ से भरोसा दे रही हूँ कि, आंगनवाड़ी हमारे लिए लिए उतने ही महत्वपूर्ण है, जीतने महत्वपूर्ण स्कूल इसलिए हम अपनी आंगनवाड़ियों में कभी किसी सुविधा की कमी नहीं होने देंगे। बस आप आप बच्चों की अच्छी से अच्छी शिक्षा दे और महिलाओं में जागरूकता फैलाते रहे।

इस अवसर पर डब्ल्यूसीडी मंत्री आतिशी से साझा करते हुए आंगनवाड़ी वर्कर्स व हेल्पर्स ने कहा कि, आंगनवाड़ी में आ रहे हर बच्चों को अच्छी शिक्षा और बेहतर पोषण मिल सके इस दिशा में समय समय पर हम पैरेंट्स के साथ बातचीत करते है, उनके साथ साझा करते है कि वो अपने बच्चों के साथ समय बिताए।

उन्होंने साझा किया कि वो ‘महिला मंडल’ जैसी अनूठी शुरुआत के साथ समय समय पर गर्भवती माताओं के साथ बातचीत करती है उनकी परेशानियों को समझती है, उन्हें सरकारी योजनाओं के विषय में जागरूक करती है और कम खर्च में बेहतर पोषण कैसे मिल सकता है उसकी जानकारी देती है।

एक आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ने साझा करते हुए बताया कि कैसे एक पेरेंट अपने 2 साल के बच्चे के मोबाइल के लत से परेशान थी। बच्चे में मोबाइल के लत के कारण उसमे एकाग्रता बिलकुल नहीं थी और वो हर समय चिड़चिड़ा रहता था लेकिन आंगनवाड़ी में में आने के 2-3 दिन के बाद से ही उसमे काफ़ी सुधार आया और अब उसके मोबाइल की लत दूर हो गई है वो बाक़ी बच्चों के साथ खेलता है।

आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने कहा कि, अब आंगनवाड़ी में सुविधाओं को देखकर पैरेंट्स अपने बच्चों को प्राइवेट प्ले स्कूलों से निकालकर हमारी आंगनवाड़ियों ने दाख़िला दिला रहे है। सरकार की आंगनवाड़ियों के प्रति लगातार पैरेंट्स का भरोसा बढ़ता जा रहा है।

चर्चा में इस विषय में भी बात की गई कि सरकार आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं व एक्सपर्ट्स के साथ मिलकर जल्द कुछ रीडिंग मटेरियल तैयार करेगी जिसकी मदद से आंगनवाड़ियों को लोगों के बीच जागरूकता फैलाने में मदद मिलेगी।

आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ने कहा- सरकार आंगनवाड़ियों में बेहतर सुविधाएँ दे रही है तो हम बेहतर ढंग से बच्चों को पढ़ा पा रहे है। और उसका परिणाम बच्चों में देखने को मिलता है। हमें गर्व है कि हम दिल्ली की आंगनवाड़ी वर्कर है।

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