रोहित कुमार लोधी का अमेरिका की यूनिवर्सिटी में हुआ चयन।
अमेरिका में कैंसर रिसर्च के लिए रोहित के हुए चयन से परिवार में अपार खुशी है। घर पर शुभकामनाएं देने वालों का हुजूम उमड़ रहा
बुलंदशहर तहसील स्याना के अन्तर्गत ग्राम बुकलाना निवासी शिक्षक राजेन्द्र लोधी के बेटा रोहित कुमार लोधी का चयन अमेरिका की यूनिवर्सिटी में होने पर बुगरासी क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ गई है। छोटे गांव बुकलाना में जन्मे रोहित लोधी ने बताया कि अमेरिका की यूनिवर्सिटी में कैंसर पर पांच साल रिसर्च की शिक्षा ग्रहण करूंगा, उसके बाद साइंटिस्ट बन सकुंगा। उन्होंने कहा अमेरिका में रिसर्च के लिए आने वाला सभी खर्चा वहां की सरकार वहन करेगी। रिसर्च के दौरान रोहित लोधी को प्रति माह लगभग तीन लाख 20 हजार रुपए अमेरिका सरकार स्कालरशिप भी देगी।
पांच साल में अमेरिका सरकार रिसर्च का सारा खर्चा उठाने के अतिरिक्त रोहित को लगभग दो करोड़ की स्कालरशिप देगी। अमेरिका में कैंसर रिसर्च के लिए रोहित के हुए चयन से परिवार में अपार खुशी है। घर पर शुभकामनाएं देने वालों का हुजूम उमड़ रहा है। गांव बुकलाना के रहने वाले साधरण किसान और शिक्षक राजेन्द्र लोधी के चार पुत्रों में रोहित दूसरे नंबर का बेटा है। राजेन्द्र लोधी ऊंचा गांव स्थित ए पी डिग्री कालेज में प्राइवेट स्तर पर प्रवक्ता हैं। उनके शिक्षा से जुड़े होने के कारण सभी बच्चों की पढ़ाई पर विशेष ध्यान दिया है। इसी का परिणाम यह रहा कि शिक्षक राजेन्द्र लोधी की पढ़ाने की ललक और रोहित की मेहनत रंग ले आई और अमेरिका में कैंसर की रिसर्च के लिए चयन हुआ है। रोहित लोधी ने बताया कि अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ मयामी के मयामी शहर स्थित मिलर स्कूल आंफ मेडिसिन में पांच वर्ष रिसर्च के लिए चयन हुआ है।
पांच वर्ष चलने वाली इस रिसर्च में करीब तीन करोड़ रुपए का खर्चा आएगा।जिसे अमेरिका सरकार वहन करेगी। इसके अलावा अमेरिका सरकार रोहित लोधी को पांच वर्ष रिसर्च के दौरान करीब दो करोड़ रुपए स्कालरशिप देगी। पांच वर्ष रिसर्च के बाद रोहित साइंटिस्ट बन देश का पूरी दुनिया में नाम रोशन करेंगें। इस उपलब्धि के लिए रोहित लोधी ने इसका श्रेय अपने माता-पिता एवं गुरुजनों को दिया है। रोहित ने कहा कि मध्यम वर्गीय से होने के बावजूद भी उनका परिवार शिक्षा के लिए सदैव अग्रणी रहा है।
आज जो मुकाम प्राप्त हुआ है वह सब दादी चिरौजिया देवी, पिता राजेंद्र लोधी, माता यशोदा देवी, बड़े भाई दुष्यंत कुमार, छोटे भाई शिवम कुमार और अंकित आदि परिजनों का विशेष सहयोग रहा है। इस दौरान घर पर बधाई देने वालों का हुजूम उमड़ रहा है।